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कोरोना लॉकडाइउन: बिहार में फंसे म्यांमार के 258 बौद्ध पर्यटक स्वदेश लौटे

भारत में फंसे म्यांमार (Myanmar) के 258 बौद्ध पर्यटकों का एक दल म्यांमार एयरवेज इंटरनेशनल के विमान से बुधवार को स्वदेश लौट गया.

Updated on: 23 Apr 2020, 09:46 AM

पटना:

भारत में फंसे म्यांमार (Myanmar) के 258 बौद्ध पर्यटकों का एक दल म्यांमार एयरवेज इंटरनेशनल के विमान से बुधवार को स्वदेश लौट गया. ये सभी यात्री विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बोधगया सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमण करने आए थे, लेकिन कोरोनावायरस (COVID-19) संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू देशव्यापी महाबंद के कारण यहां आकर फंस गए. गया हवाईअड्डे के निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि दो विमानों से कुल 258 यात्री वापस म्यांमार भेजे गए हैं. पहले विमान से 107 और दूसरे विमान से 151 बौद्ध पर्यटक यहां से रवाना हुए.

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निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि प्रस्थान करने वाले सभी पर्यटकों की टर्मिनल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थर्मल स्क्रीनिंग और नियमानुसार जांच कराई गई और उसके बाद सभी यात्रियों को विमान में प्रवेश दिया गया. उन्होंने कहा कि दोनों विमानों से प्रस्थान करने वाले बौद्ध पर्यटक वाराणसी, नालंदा व बोधगया में फंसे थे. उन्होंने बताया कि सभी कर्मियों ने नियमों का पूरा पालन किया.

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उन्होंने बताया कि इससे पहले विमान के परिचालन की इजाजत म्यांमार सरकार ने भारत सरकार से ली थी. सरकार की सभी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए दो विमान गया अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरा और रवाना हुआ. माना जाता है कि बोधगया में एक पीपल के पेड़ (बोधिवृक्ष) के नीचे तपस्या करते समय महात्मा गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर बौद्ध संप्रदाय का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है. हर साल देश-विदेश से हजारों पर्यटक यहां पहुंचते हैं.

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