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बिहार में जारी है कोरोना संक्रमण : मरीजों की संख्या बढ़कर 528 पहुंची

इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 528 तक पहुंच गई. समस्तीपुर जिले में भी सोमवार को एक पॉजिटिव मरीज मिला, जिससे राज्य में कोरोना प्रभावित जिलों की संख्या 32 हो गई.

Updated on: 05 May 2020, 09:41 AM

Patna:

बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 11 नए मरीजों का पता चला. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 528 तक पहुंच गई. समस्तीपुर जिले में भी सोमवार को एक पॉजिटिव मरीज मिला, जिससे राज्य में कोरोना प्रभावित जिलों की संख्या 32 हो गई.

राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों के रहने वाले 11 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जिससे राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 528 हो गई.

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उन्होंने बताया कि सोमवार को पॉजिटिव पाए गए लोगों में कैमूर और बेगूसराय के दो-दो, मधुबनी के पांच, पश्चिम चंपारण व समस्तीपुर का एक-एक व्यक्ति शामिल है.

राज्य में अब तक 29,254 से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है. अभी तक 129 व्यक्ति इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं. राज्य में संक्रमित लोगों में से चार की मौत हो चुकी है.

बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित 32 जिलों में सबसे अधिक 102 मामले मुंगेर जिले में सामने आए हैं, जबकि पटना में 44, बक्सर में 56, नालंदा में 36, रोहतास में 52 और सीवान में 31 मामले प्रकाश में आए हैं.

इसके अलावा कैमूर में 30, गोपालगंज व भोजपुर में 18-18, मधुबनी में 23, औरंगाबाद व बेगूसराय में 13-13, भागलपुर व पश्चिमी चंपारण में 11-11, पूर्वी चंपारण में नौ, सारण में 8, गया व सीतामढ़ी में 6-6, दरभंगा, कटिहार व अरवल में 5-5, लखीसराय, नवादा व जहानाबाद में 4-4, बांका व वैशाली में 3-3, मधेपुरा व अररिया में 2-2, पूर्णिया, शेखपुरा, शिवहर तथा समस्तीपुर में एक-एक मामले सामने आए हैं.

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया, "जो भी प्रवासी मजदूरों तथा छात्र-छात्राओं का आगमन हो रहा है, उनकी स्क्रीनिंग करायी जा रही है. उसके बाद उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा संचालित प्रखंड क्वारंटीन केंद्र में रखा जा रहा है, वहीं पर उनकी फिर से स्क्रीनिंग कराई जाएगी और जिनमें सूखी खांसी, बुखार तथा सांस लेने में तकलीफ के लक्षण पाए जाएंगे, उनकी सैंपलिंग कराकर टेस्टिंग कराई जाएगी. ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर पर ही स्वास्थ्य विभाग का एक क्वारंटाइन केंद्र होगा, जहां उन्हें अलग रखा जाएगा."

उन्होंने बताया कि अगर जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो उन्हें प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा. अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो ऐसे लोगों को आपदा विभाग के क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा, जहां उनको 21 दिन क्वारंटीन में रहना है.