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पंजाब में सितंबर में ही नए कृषि कानून लागू करना चाहती थी कांग्रेस

बीजेपी ने कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार नए कृषि कानून को सितंबर में ही लागू करवाना चाहती थी.

Updated on: 27 Dec 2020, 09:36 AM

पटना:

बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार नए कृषि कानून को सितंबर में ही लागू करवाना चाहती थी. बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने यहां शनिवार को कहा कि नए कृषि कानूनों पर कांग्रेस के दोमुंहेपन के कई सबूत अभी तक जनता के सामने आ चुके हैं. इसी कड़ी में अब पंजाब की कांग्रेस सरकार का नया कारनामा सामने आया है.

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस इन कानूनों को सितंबर माह में ही पंजाब में लागू करवाने की तैयारी में थी. जायसवाल ने कहा, 'पंजाब की कांग्रेस सरकार अपने सितम्बर के नीतिगत रिपोर्ट की पेज संख्या 334 में मंडियों के अलावा कहीं भी किसानों को उत्पाद बेचने का विकल्प लागू करने की तैयारी कर रही थी, लेकिन अब विरोध की राजनीति में किसान हितों को दरकिनार कर दिया और आंदोलन में झोंक दिया.'

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब सरकार अपने नागरिकों को गुमराह कर के भीषण सर्दी और कोरोना के खतरे के बीच सड़क पर उतार रखा है. भाजपा नेता ने कहा, एक बार फिर यह साबित हो गया है कि कांग्रेस की जुबान का कोई महत्व नहीं है. अपने फायदे के लिए यह कभी भी अपने कहे से पलटी मार सकती है. उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में जारी कांग्रेस के घोषणापत्र के पृष्ठ संख्या 17 को देखें तो एपीएमसी एक्ट को हटाने का इनका वादा साफ देखा जा सकता है.