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सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में पटना में सड़कों पर उतरी कांग्रेस, निकाला विरोध मार्च

सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ गुरुवार को बिहार के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पटना की सड़कों पर उतरे और विरोध मार्च निकाला.

Updated on: 22 Jul 2022, 09:56 AM

Patna:

सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ गुरुवार को बिहार के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पटना की सड़कों पर उतरे और विरोध मार्च निकाला. राजधानी के कारगिल चौक से ईडी कार्यालय निकले इस विरोध मार्च में बिहार प्रभारी भक्त चरण दास भी शामिल हुए. कांग्रेस नेताओं के ईडी कार्यालय घेरने की कोशिश की तो जिला प्रशासन ने कारवाई प्रारंभ की और कई नेताओं को हिरासत में ले लिया और गांधी मैदान में कैंप जेल ले गए.

यहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा और बिहार प्रभारी भक्तचरण दास ने विशाल गांधी मूर्ति के समक्ष हिरासत में ही धरना देना शुरू कर दिया. इससे पूर्व विरोध मार्च में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास ने उपस्थित नेताओं और कार्यकतार्ओं को निरंकुश सत्ता के खिलाफ संघर्ष का रास्ता चुनने के लिए मजबूती से कमर कस कर तैयार रहने को कहा. 

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि सोनिया गांधी त्याग और दया की प्रतिमूर्ति हैं, उनके साथ राजनीतिक द्वेष में ईडी को आगे कर जिस प्रकार भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा खेल रचा जा रहा है वो निंदनीय है. विरोध मार्च से पूर्व जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने जोश भरते हुए कहा कि जिस महिला के पास तीन बार देश के प्रधानमंत्री बनने का मौका था और जिसने तीनों बार इसे ठुकरा दिया आज उनके ऊपर भाजपा द्वारा पैसे के लेनदेन में घपले की बात कहना हास्यास्पद है.

उन्होंने कहा कि आज स्थितियां प्रतिकूल जरूर हैं, लेकिन इसे अनुकूल बनाने के लिए हमें साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ना होगा. पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ नेता निखिल कुमार ने कहा कि हमारे शीर्ष नेतृत्व को केवल परेशान करने के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों को केंद्र सरकार दुरुपयोग करके मुख्य मुद्दों से ध्यान भटका रही है ताकि जनता को दिग्भ्रमित किया जाए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के पूर्व महासचिव और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद ने बताया कि नाहक हमारे शीर्ष नेता सोनिया गांधी को बार-बार समन देकर ईडी कार्यालय पर पूछताछ के लिए बुलाया जाना बेहद शर्मनाक है. यह सत्ता प्रतिष्ठान का विद्रूप चेहरा है और यह बदले की राजनीति से प्रेरित नीच खेल है जो भाजपा द्वारा खेला जा रहा है.

विरोध मार्च में विधायक दल के नेता अजित शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, श्याम सुन्दर सिंह धीरज, पूर्व मंत्री कृपा नाथ पाठक सहित कोई लोग शामिल थे.

इनपुट : आईएएनएस