आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 76वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर पूरे देश और दुनिया से उनको बधाई मिली. पटना स्थित उनके आवास पर तो कई कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि इस खास मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नदारद रहें. ये बातें अब सियासी गलियारों में होने लगी है कि बड़े भाई के जन्मदिन पर क्यों नहीं पहुंचे छोटे भाई. आईए जानते हैं कि आखिर क्या वजह रही होगी जो इतने पास रहने के बावजूद सीएम नीतीश लालू के बर्थडे पार्टी से दूरी बनाए रखें.
लालू ने मनाया विपक्षी दलों
सूत्रों के अनुसार पटना में 13 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक टल जाने के बाद विपक्षी एकता पर खतरा मंडराने लगा था. ऐसे में राजनीति को अपनी चाल से समझे वाले लालू यादव आगे आए. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जून खड़गे के साथ राहुल गांधी को भी मनाया. साथ ही अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं को भी मनाने में सफल रहें हैं. ऐसे में सीएम नीतीश के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है कि उनकी बातों पर कोई अमल नहीं किया गया.
एनडीए से अलग होने के बाद भारी दबाव में
अगस्त 2022 में सीएम नीतीश बीजेपी से अलग होकर आरजेडी के साथ बिहार में सरकार बनाई, लेकिन सियासी पंडितों के अनुसार कई शर्तों पर ये गठबंधन हुआ था. सबसे बड़ी शर्त यह था कि नीतीश कुमार प्रदेश की राजनीति छोड़कर राष्ट्रीय राजनीति में दाखिल होंगे. तेजस्वी को सत्ता सौंप देंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है. आरजेडी भलीभांति जानती है कि सीएम नीतीश को इधर से उधर करने में देर नहीं लगेगी. भले ही बीजेपी कितना भी कहे कि जेडीयू के साथ गठबंधन कभी नहीं होगा, लेकिन बिहार में बीजेपी इस सच्चाई को जानती है कि नीतीश के बिना नैया पार लगाना उनके लिए मुमकिन भी नहीं है. फिलहाल देखना होगा आम चुनाव में अभी एक साल बचा है, लेकिन जो होना है वो घटित होने का ट्रेलर जारी होने लगा है.
स्क्रिप्ट-पिन्टू कुमार झा
HIGHLIGHTS
- नीतीश ने बर्थडे पार्टी से बनाई दूरी
- पूर्व में लालू से कई बार मिले थे सीएम नीतीश
- एकता बैठक कराने में सफल रहे लालू
Source : News State Bihar Jharkhand