राजधानी पटना की जीवनरेखा कही जाने वाली जेपी गंगा पथ परियोजना अब दीदारगंज तक विस्तार के साथ एक नए आयाम को छूने जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10 अप्रैल को इस बहुप्रतीक्षित सड़क के दीदारगंज खंड का लोकार्पण करेंगे. इस 20.5 किमी लंबे सड़क मार्ग का निर्माण करीब 3831 करोड़ रुपये की लागत से बिहार राज्य पथ निर्माण निगम द्वारा कराया गया है.
दीघा से दीदारगंज का सफर अब होगा आसान
जेपी गंगा पथ अब पटना के पश्चिमी छोर दीघा से लेकर पूर्वी छोर दीदारगंज तक सीधा और सुगम हो गया है. इस हाईवे से राजधानी की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. यह सड़क अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, एनआईटी, पटना यूनिवर्सिटी, गायघाट, कंगन घाट, कृष्णा घाट और पटना घाट जैसे प्रमुख स्थलों को जोड़ती है.
प्रगति यात्रा में मिले थे नए कनेक्शन
फरवरी 2025 की ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान मंदिरी नाला से जेपी गंगा पथ की सीधी कनेक्टिविटी और गायघाट में डाउन रैंप को हरी झंडी मिली थी. इससे शहर के भीतर से जेपी पथ तक पहुंचना और भी आसान हो गया.
जेपी नारायण के नाम पर पथ को मिली पहचान
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर 11 अक्टूबर 2013 को इस परियोजना की नींव रखी गई थी, तभी से इसे ‘जेपी गंगा पथ’ नाम दिया गया. पहले चरण में दीघा से गांधी मैदान तक 7.5 किमी सड़क जून 2022 में चालू की गई. इसके बाद पीएमसीएच से गायघाट (5.0 किमी), फिर गायघाट से कंगन घाट (3.0 किमी), और कृष्णा घाट संपर्क पथ के हिस्से क्रमशः अगस्त 2023, जुलाई 2024 और अक्टूबर 2024 में जनता को समर्पित किए गए.
उत्तर-दक्षिण बिहार के बीच नया सेतु
जेपी गंगा पथ जेपी सेतु और गांधी सेतु से जुड़ता है, जिससे उत्तर बिहार के जिले खासकर छपरा, गोपालगंज, सीवान से पीएमसीएच जैसे बड़े अस्पताल तक पहुंचना अब कहीं अधिक आसान हो गया है. आगे चलकर दीदारगंज से कच्चीदरगाह-बिदुपुर छह लेन पुल के माध्यम से यह संपर्क और भी मजबूत हो जाएगा.
पर्यटन और विकास को मिलेगा नया आयाम
सड़क के किनारे गंगा नदी का सुंदर नज़ारा अब पटना वासियों के लिए एक नया पर्यटन केंद्र बन गया है. शाम के समय यहां की रोशनी और गंगा की लहरों का दृश्य लोगों को आकर्षित करता है. इसे स्मार्ट पटना योजना के तहत मनोरम स्थल और ग्रीन एरिया के रूप में विकसित किया जा रहा है.
भविष्य की योजनाएं पटना से मोकामा तक
जेपी गंगा पथ का विस्तार अब बिहटा में कोईलवर पुल तक किया जाएगा, जिससे यह एनएच-922, एनएच-319 और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा. दीदारगंज से आगे फतुहा, बख्तियारपुर होते हुए मोकामा तक इसका विस्तार पुराने एनएच के चौड़ीकरण के माध्यम से किया जाएगा.
मुख्य विशेषताएं:
- पटना के प्रमुख शैक्षणिक, चिकित्सा और धार्मिक स्थलों से सीधा जुड़ाव
- ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत, यात्रा में समय और ईंधन की बचत
- पर्यावरण, पर्यटन और शहरी सौंदर्यीकरण को मिलेगा बढ़ावा
- पांच गंगा पुलों से कनेक्टिविटी तीन पुल निर्माणाधीन