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Covid-19 पर बोले CM नीतीश कुमार- बिहार में अभी स्कूल खुले रहेंगे, लेकिन...

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोरोना की वैसी स्थिति नहीं है कि स्कूलों को बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि अभी स्कूल खुले रहेंगे और बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी.

Updated on: 20 Mar 2021, 08:57 PM

पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोरोना की वैसी स्थिति नहीं है कि स्कूलों को बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि अभी स्कूल खुले रहेंगे और बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी. मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के लिए रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और बस अड्डों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग सभी राज्यों में रहते हैं. होली में लोग आएंगे, इस कारण अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के लिए रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और बस अड्डों पर विशेष नजर रखना जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को इन स्थानों पर यात्रियों को कोरोना जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना की कम से कम 70 प्रतिशत जांच आरटीपीसीआर होनी चाहिए तथा इसकी जांच 24 घंटे के अंदर मिलनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कोरोना टीकाकरण की गति भी बढ़ाने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य में कोरोना की वैसी स्थिति नहीं है कि स्कूलों को बंद किया जाए. राज्य में अभी स्कूल खुले रहेंगे और बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी. स्कूलों में सभी जरूरी सुविधाओं का ख्याल रखा जाए." मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को कोरोना के प्रति सचेत रहने की जरूरत है. इधर, बैठक में दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि 19 मार्च तक कुल 23,058,747 जांच की गई हैं. बिहार में प्रति 10 लाख की आबादी पर 1,80,570 जांच की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि कुल पॉजिटिव केस 2,63,355 हैं, जबकि कुल सक्रिय मामले 436 हैं.

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर औसत रिकवरी रेट 96.26 प्रतिशत है जबकि बिहार में औसत रिकवरी रेट 99.24 प्रतिशत है. राष्ट्रीयस्तर पर औसत मृत्यु दर 1़38 प्रतिशत है जबकि राज्य की मृत्यु दर 0.59 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयस्तर पर डेली टेस्ट पॉजिटिविटी रेट का औसत 3़2 प्रतिशत है जबकि राज्य का 0.1 प्रतिशत है. उन्होंने बताया कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन में शत प्रतिशत जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही सभी जिलों के कंट्रोल रूम सक्रिय हैं और स्थितियों पर नजर रखी जा रही है. अमृत ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच की जा रही है. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित कई अधिकारी उपस्थित थे.