चिराग पासवान शुक्रवार को पटना पहुंचते ही नीतीश कुमार पर जमकर बरसे. इसी के साथ नगर निकाय चुनाव रद्द होने को लेकर कहा कि नीतीश कुमार अति पिछड़ा विरोधी नहीं, बिहारी विरोधी हैं. पूरे बिहार के जनता के विरोध में निर्णय लेने वाले मुख्यमंत्री कभी अगर कोई इतिहास में हुआ तो वह हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. उनकी हर नीति, हर फैसला, बिहार के जनता के विरोध में ही रहता है. इसमें कहीं कोई शक नहीं है. अगर भाजपा उन पर आरोप लगा रही है तो मैं कहूंगा कि नीतीश कुमार सिर्फ अति पिछड़ा विरोधी ही नहीं, बल्कि दलित विरोध में युवा विरोधी है. मुख्यमंत्री ने बिहारियों के हित में कौन सा ऐसा कार्य किया है, कौन से ऐसे निर्णय लिए हैं, जिससे बिहार का विकास हुआ हो या फिर बिहार बाकी राज्यों से बेहतर प्रदर्शन किया हो और यह आंकड़े नीति आयोग के हैं. सरकार हैं, जो यह दर्शाते हैं कि विकास के जितने मापदंड हो, हर मापदंड में बिहार सबसे पिछले पायदान पर है और अगले पायदान पर बिहार तब होता है, जब अपराध और लूट की बात होती है.
नीतीश कुमार युवा विरोधी है, क्या यह है मुख्यमंत्री. युवा के लिए मुख्यमंत्री ने 2005 में कहा था कि मेरा सपना है, बिहार से पलायन किए हुए जितने लोग हैं, वह बिहार वापस आए. 2005 से आज तक 17 सालों में मुख्यमंत्री अपने सपने को पूरा नहीं कर पाए, वह दूसरे के सपने को क्या पूरा करेंगे. जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार का नेतृत्व करेंगे, तब तक बिहार का विकास संभव नहीं है. उप चुनाव में उम्मीदवार उतारने को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि संसदीय बोर्ड की बैठक हुई है और इस बैठक में क्या-क्या निर्णय लिए गए हैं.
इसके साथ ही चिराग ने कहा कि कल रामविलास पासवान की दूसरी पुण्यतिथि है और मैंने वादा किया था कि बिहार में और पूरे देश में उनकी प्रतिमा लगाएंगे. इस मौके पर मैंने उनकी प्रतिमा को हर जिले में लगाने का वादा बिहार की जनता से किया था और इसकी शुरुआत हमने हाजीपुर से कर दी है. उनके जयंती पर हमने हाजीपुर में प्रतिमा लगाई थी और उसी दिन इस बात की घोषणा की थी कि उनके पुण्यतिथि पर उनकी आदमकद प्रतिमा हमारे पैतृक गांव शहर बनने में लगाई जाएगी और कल यह प्रतिमा हम लगाएंगे. हमने इंतजार किया कि बिहार सरकार लगाए, लेकिन सरकार इस मामले में उदासीन दिखी.
Source : News State Bihar Jharkhand