Chirag Paswan Party: बिहार में विशेष राज्य के दर्जे की मांग ने फिर से जोर पकड़ लिया है. जनता दल (यूनाइटेड) <जेडीयू> इस मुद्दे को लगातार उठाती रही है और अब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने भी अपनी राय स्पष्ट की है. गुरुवार को उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए. यह मांग पूरी तरह से जायज है और राज्य को अल्पावधि में विशेष पैकेज मिलना चाहिए. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लंबे समय से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस मुद्दे को लेकर बिहार में लंबे समय से राजनीति हो रही है. एनडीए की सरकार बनने के बाद, यह मांग फिर से जोर पकड़ने लगी है. जेडीयू के कई नेता इसे बार-बार दोहरा रहे हैं, जिससे विपक्ष को भी बयानबाजी का मौका मिल रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कई बार तंज कसते हुए कहा है कि अब 'डबल इंजन' की सरकार है, तो किससे विशेष राज्य के दर्जे की मांग की जा रही है?
मनीष कुमार वर्मा का बड़ा बयान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मनीष कुमार वर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार से राज्य को विशेष दर्जा या विशेष पैकेज दिलाने की मांग जोर-शोर से करेगी. इस समय एनडीए में बीजेपी के साथ चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, जेडीयू, हम, और आरएलएम शामिल हैं. इन पार्टियों ने भी विशेष राज्य के दर्जे की मांग का समर्थन किया है. इससे केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बढ़ता नजर आ रहा है.
विशेष राज्य का दर्जा क्यों है जरूरी?
विशेष राज्य का दर्जा मिलने से बिहार को कई फायदे मिल सकते हैं. इसमें केंद्रीय योजनाओं में अधिक वित्तीय मदद, निवेश में वृद्धि और विकास परियोजनाओं को तेज गति से लागू करने की क्षमता शामिल है. बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और इसकी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए विशेष दर्जा मिलना अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है.
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्ष इस मुद्दे पर अपनी राय खुलकर व्यक्त कर रहा है. तेजस्वी यादव का कहना है कि बिहार में 'डबल इंजन' की सरकार है, फिर भी राज्य को विशेष दर्जा नहीं मिल रहा है. यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच भी सक्रिय है और इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है.
एनडीए का दबाव
आपको बता दें कि एनडीए की विभिन्न पार्टियों के समर्थन के कारण केंद्र सरकार पर विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर दबाव बढ़ गया है. बीजेपी को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिहार को वह समर्थन मिले जिसकी उसे जरूरत है, खासकर जब एनडीए के घटक दल इस मुद्दे पर एकजुट होकर अपनी मांग रख रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- विशेष राज्य के दर्जे की मांग ने एक बार फिर पकड़ा जोर
- चिराग की पार्टी ने मिलाए जेडीयू से सुर
- बिहार की राजनीति में नई हलचल
Source : News State Bihar Jharkhand