logo-image

बिहार चुनावः नीतीश के वार पर चिराग का पलटवार, पिछली सरकार में हुए भ्रष्टाचार...

बिहार में अगली सरकार के बनते ही सात निश्चय योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर सभी दोषियों को जेल भेजा जाएगा व लम्बित राशि का तुरंत भुगतान किया जाएगा ताकि अधूरे पड़े कार्य पुरे हों सके.

Updated on: 06 Oct 2020, 06:03 PM

नई दिल्‍ली:

एक ओर बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए (NDA) की ओर से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) टिकट के बंटवारे का ऐलान कर रहे थे तो दूसरी ओर एनडीए के दूसरे सहयोगी जो बिहार चुनाव में एनडीए से बाहर हैं एलजेपी के नेता चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, बिहार में अगली सरकार के बनते ही सात निश्चय योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर सभी दोषियों को जेल भेजा जाएगा व लम्बित राशि का तुरंत भुगतान किया जाएगा ताकि अधूरे पड़े कार्य पुरे हों सके.

एनडीए की संयुक्त प्रेसवार्ता में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों की सूची जारी कर दी जाएगी. हमलोग बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. बहुत सारे लोगों द्वारा बेवजह बहुत बातें की जाती हैं. मैं उन्हें महत्व नहीं देता हूं. हमसे पहले भी 15 साल दूसरे लोगों को मौका मिला, कहां कोई विकास का काम हुआ, क्या हालत थी बिहार की, हमने हमेशा कहा- न्याय के साथ विकास होगा. उन्होंने कहा कि जनता मालिक है वो तय करेगी. हमलोग हमेशा भाजपा के साथ हैं. हमलोग मिलकर काम करेंगे. किसी को अगर कुछ कहने से आनंद मिलता है कहें, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. हमलोगों के मन में कोई कंफ्यूजन नहीं है. निर्णय लेने में थोड़ा विलंब हुआ, लेकिन अब सब साफ हो गया है. कुछ लोग होते हैं कुछ बोलेंगे उनका स्वभाव होता है. 

यह भी पढ़ें-

उन्होंने आगे कहा कि मेरी कोई रुचि नहीं कौन क्या बोलता है. राम विलास पासवान से हमारा पुराना लगाव है वो जल्द स्वस्थ्य हों. पासवान राज्यसभा कैसे पहुंचे, विधानसभा में दो सीट ही हैं, हमारी मदद से ही वे गए. लोकसभा चुनाव में हम लोगों ने उनलोगों के लिए कितना प्रचार किया, अब कोई क्यों बोलता हैं क्या कहा जाए. आपको बता दें कि इसके पहले सोमवार को भी चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने सोमवार को नीतीश सरकार पर वार करते हुए कहा था, 'हमें आज के मौजूदा मुख्यमंत्री से उम्मीदें बहुत थी. अगर आप उनका कार्यकाल देखें तो मुझे नहीं लगता कि जितनी उम्मीदें एक बिहारी होने के नाते और बिहार की जनता को उनसे थीं वो उनपर खरा उतर पाए हैं. अगर आप मूलभूत जरूरतों की बात करते हैं तो आज भी वो धरातल पर उतरती नहीं दिखती.'

यह भी पढ़ें-

बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होकर अपने दम पर बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने का फैसला लिया है. लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में रविवार को यह फैसला लिया गया. हालांकि पार्टी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से उसकी कोई कटुता नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व उसे मंजूर नहीं है. लोजपा ने यह भी ऐलान कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने पर जीत हासिल करने वाले लोजपा विधायक भाजपा के ही साथ मिलकर प्रदेश में सरकार बनाएंगे.