मुजफ्फरपुर में शिक्षा के मंदिर में संग्राम होता दिख रहा है. संग्राम इतना बढ़ गया कि आक्रोशित लोगों ने स्कूल की गेट पर ताला जड़ दिया. बता दें कि मिनापुर प्रखंड के गोसाईंपुर उत्कर्मित मध्य विद्यालय में जहां स्कूल की प्राचार्या रंजना कुमारी से तंग आकर ग्रामीणो ने विद्यालय में ताला लगा दिया. ग्रामीणों ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि स्कूल में पढाई होती ही नहीं है. ना ही मिड डे मील बच्चों को स्कूल में दिया जाता है. बात यहीं तक सीमीत नहीं है बल्कि अब स्कूल की प्रिसिंपल को दूसरी जगह पदस्थापित भी कर दिया गया है, उसके बाद भी मैडम यहां से जाने को तैयार नहीं है.
क्या है मामला
जानकारी की मानें तो प्राचार्य की नजर मिड्डे मिल के अनाज पर है. जिस वजह से वह स्कूल छोड़ना नहीं चाहती हैं, चाहे कुछ भी हो. यहां तक की वरीय अधिकारियों ने प्राचार्य की वेतन तक रोक दी है. मगर प्रिसिंपल है कि जाने का नाम ही नहीं ले रही. उनकी नजर बस कमाई पर है. जरा बिहार की इस शिक्षा स्तर की सुधार की बात कैसे हो, बच्चे अपने भविष्य संवारने के लिए स्कूल आते हैं, पर अब कैसे अपना भविष्य को बेहतर करें. बच्चे भी स्कूल की प्राचार्य से परेशान हैं. वो तो साफ कहते हैं कि मैडम नहीं पढ़ाती और नहीं खाना देती है. बिहार के शिक्षा मंत्री बड़े-बड़े दावा करते हैं, पर मंत्री जी आप इस स्कूल पर जरा नजर दौराए तो बच्चे जो अपना भविष्य संवारने आते हैं, उनका भविष्य संवर जाता.
क्या कहते हैं बच्चे
बच्चे भी प्रचार्या से काफी नाराज हैं. स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे भी परेशान हैं, वे साफ कहते हैं कि मैडम बैठी रहती है और खाना भी बंद कर दी है. सीनीयर शिक्षक देवेन्द्र साह को चार्ज देने के लिए रंजना कुमारी को वरीय अधिकारियों ने पत्र जारी किया. उसके बाद भी रंजना कुमारी ने चार्ज नहीं दिया. चार्ज नहीं देने पर उनका वेतन भी रोक दिया गया. फिर भी मैडम है की मानती ही नहीं. विवाद को देखते हुए पदाधिकारी ने सभी टीचर को चेंज कर दिया. सभी दूसरी जगह अपना-अपना योगदान भी दे रहे हैं, मगर मैडम तो जिद्द पर अड़ी है. चाहे पढ़ाई हो या ना हो, उन्हें इसी स्कूल में ही रहना है.
HIGHLIGHTS
- प्राचार्य की वजह से ग्रामीणों ने स्कूल में लगाया ताला
- जिद्द और लालच की वजह से बच्चों के साथ खिलवाड़
- बच्चों को मिड डे मील भी नहीं दिया जा रहा
Source : News State Bihar Jharkhand