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बिहार में होगी जातीय जनगणना CM नीतीश बोले,  तेजस्वी से हो गई है बात

बिहार में एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. हर मुद्दे हर सहयोगी भाजपा और जेडीयू की आवाजें अलग-अलग आती है. हालात ये है कि सीएए से लेकर अब जातीय जनगणना तक पर भी एनडीए के दोनों बड़े सहयोगी भाजपा और जेडीयू एक दूसरे के विरोधी नजर आ रहे हैं.

Updated on: 16 May 2022, 03:16 PM

highlights

  • बिहार में जातीय जनगणना कराएंगे सीएम नीतीश कुमार
  • सभी दलों से बातचीत के बाद शुरू होगी जातीय जनगणना
  • भाजपा जातीय जनगणना का करती रही है विरोध

पटना:

बिहार में एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. हर मुद्दे हर सहयोगी भाजपा और जेडीयू की आवाजें अलग-अलग आती है. हालात ये है कि सीएए से लेकर अब जातीय जनगणना (cast census) तक पर भी एनडीए के दोनों बड़े सहयोगी भाजपा और जेडीयू (BJU) एक दूसरे के विरोधी नजर आ रहे हैं. वहीं, जेडीयू और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की गलबहियां बढ़ती जा रही है.  ज्यादातर मुद्दों पर ये दोनों ही पार्टी सत्ता पक्ष और विपक्ष में होने के बाद भी एक नजर आती है. ऐसे में क्यास लगाए जा रहे है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से पलटी मारकर भाजपा का साथ छोड़ सकते हैं. दरअसल, भाजपा (BJP) बिहार मं सबसे बड़ी पार्टी है, लिहाजा भाजपा के नेता रह-रहकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा ठोकते रहते हैं और नीतीश कुमार सीएम की कुर्सी किसी भी सूरत में छोड़ना नहीं चाहते हैं. ऐसे में नीतीश कुमार रह-रहकर भाजपा को एहसास दिलाते रहते हैं कि वह भाजपा के मोहताज नहीं है. भाजपा के बगैर भी सत्ता में रह सकते हैं. जातीय जनगणना के लेकर नीतीश कुमार ने भाजपा को एक बार फिर से ठेंगा दिखाने का काम किया है.

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होकर रहेगी जातीय जनगणना
जातीय जनगणना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को ऐलान किया कि इस मुद्दे पर सभी दलों के साथ मीटिंग जल्द बुलाएंगे. उन्होंने कहा कि तेजस्वी से मेरी मुलाकात हुई थी, उसमें मैंने यह बात उनको बताया था. जल्द ही इस विषय पर फैसला लेकर जाति जनगणना शुरू कराएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ज्यादा दिन जाति जनगणना शुरू करने में नहीं लगेगा, जल्द होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विभाग स्तर पर पूरी तरह से तैयारी कर इस काम को कराया जाएगा. सभी का सुझाव लेकर नियम बनाकर आगे का काम किया जाएगा. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा कि जिस दिन मंत्रिमंडल विस्तार होगा, आप सभी को पता चल जाएगा. गौरतलब है कि भाजपा जातीय जनगणना के खिलाफ है. यहीं वजह है कि केंद्र की भाजपा सरकार बार-बार अपील करने के बाद भी जातीय जनगणना के लिए तैयार नहीं हुई. खुद प्रधानमंत्री क्षेत्रीय दलों की जातीय राजनीति पर करारा प्रहार करते रहते हैं. ऐसे में राज्य स्तर पर जातीय जनगणना कराने से जेडीयू और भाजपा की सरकार गिर भी सकती है. 

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जदयू ने की राज्यसभा उम्मीदवार की घोषणा
जदयू ने अनिल हेगड़े को जदयू का राज्यसभा उम्मीदवार उम्मीदवार बनाया है. दरअसल, राज्यसभा के सदस्य रहे किंग महेंद्र के निधन के बाद एक सीट पर उपचुनाव हो रहा है. इस सीट पर जनता दल यूनाइटेड से ही किसी उम्मीदवार को बाकी बचे कार्यकाल के लिए राज्यसभा का सदस्य बनना है. इसके लिए उन्होंने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है.