Bihar: छपरा में किन्नर समाज की एक नई और प्रेरणादायक तस्वीर सामने आई है. समाज में लंबे समय से किन्नरों की पहचान ट्रेनों में वसूली, सड़कों पर पैसे मांगने या मांगलिक अवसरों तक सीमित रही है, लेकिन अब यह धारणा तेजी से बदल रही है. छपरा के मेह फोर लेन मार्ग पर किन्नर समाज द्वारा संचालित ‘बाबा होटल’ इस बदलाव का जीता-जागता उदाहरण बन गया है.
यह होटल पूरी तरह किन्नर समाज के सदस्यों द्वारा चलाया जा रहा है. यहां 24 घंटे शुद्ध और स्वादिष्ट भोजन, चाय और नाश्ता उपलब्ध है. होटल की संचालिका सोनाली पटेल हैं, जिनके साथ रिया, खुशी, प्रियंका और काजल मिलकर होटल का संचालन कर रही हैं. सभी सदस्य दो शिफ्ट में काम करते हैं, जिससे न केवल रोजगार मिला है, बल्कि आत्मसम्मान भी बढ़ा है.
होटल में काम करने वाली रिया बताती हैं कि पहले वे सड़क किनारे ट्रक चालकों और राहगीरों से 10-20 रुपये मांगकर जीवन यापन करती थीं. कई बार लोगों की बातें और व्यवहार उन्हें आहत करते थे. इसी दौरान किसी ने सलाह दी कि मेहनत से कोई काम क्यों न किया जाए. इसके बाद किन्नर समाज ने मिलकर व्यवसाय शुरू करने का फैसला लिया और करीब एक महीने पहले बाबा होटल की शुरुआत की.