गया जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर पर बसा इमामगंज प्रखंड के लाल ने इंटरमीडिएट आर्ट्स में बिहार में पांचवा स्थान लाकर प्रखंड का नाम रोशन किया है. वहीं, इस संबंध में पथरा गांव के रहने वाले चंदन कुमार ने बिहार में पांचवा स्थान और जिला में पहला स्थान प्राप्त किया है. चंदन कुमार ने बताया कि मैं काफी गरीब परिवार से आता हूं. मेरे पिता इमामगंज बस स्टैंड में ठेला चला कर चना और मिक्चर बेचते हैं. घर में बिजली भी नहीं है. मोमबत्ती जलाकर पढ़ाई कर सफलता प्राप्त किया है. उन्होंने इस सफलता के पीछे अपने पिता सुनील चौधरी, माता रेखा देवी, भाई व गुरुजनों को आशीर्वाद है. चंदन ने बताया कि मेरी प्रारंभिक पढ़ाई प्राथमिक विद्यालय पथरा टांड से हुई है.
चना बेचकर पिता ने बेटे को पढ़ाया
उसके बाद आदर्श राजकीय विद्यालय इमामगंज से पढ़ाई पूरा करने के बाद पब्लिक उच्च विद्यालय रानीगंज में अध्ययनरत था. उन्होंने बताया कि मैं आइएएस बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सब साधन मिला होता तो मैं पांचवा स्थान नहीं पहला स्थान लाता, लेकिन साधन नहीं मिलने के कारण मैं पांचवा स्थान लाया हूं. इधर जैसे ही यह खबर प्रखंड मुख्यालय में पहुंची. लोग उसके घर पर जाकर बधाई देने के लिए ताता लगा दिए.
बिहार में जिले का नाम किया रोशन
इधर चंदन की मां ने बताया कि मेरा बेटे का आईएएस बनने का सपना है. अपने बेटा का आईएएस बनने का सपना साकार करने का पूरा प्रयास करूंगी. इसके लिए अपने पति के साथ दो-दो ठेला निकालेंगे और दोनों चना बेचकर खूब पैसा कमाएंगे, लेकिन बेटा को खूब पढ़ाएंगे. वहीं, चंदन के माता-पिता ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि अगर सरकार हमारे बच्चों को पढ़ने के लिए कुछ मदद करती तो शायद हमारे बेटे का आईएएस बनने का सपना साकार हो जाता.
HIGHLIGHTS
- चने बेचने वाले के बेटे ने किया कमाल
- बिहार में 5वां स्थान लाकर किया नाम रोशन
- आईएएस बनने का देख रहा सपना
Source : News State Bihar Jharkhand