बिहार में एक्यूट एन्सेफलाइटिस सेंड्रोम (AES) की चपेट में आने से अब तक 108 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसके चलते आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर का दौरा किया. इस दौरान लोगों ने नीतीश कुमार के खिलाफ वापस जाओ के नारे लगाए. इसे लेकर आरजेडी (RJD) नेता राबड़ी देवी ने बिहार सरकार पर निशाना साधा है.
राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में लिखा, बिहार में डबल इंजन की सरकार है. इतनी मौतों के बाद अब केंद्र और प्रदेश के मंत्री क्या नृत्य करने चार्टर फ्लाइट्स से मुजफ्फरपुर जा रहे हैं? जब अस्पताल के दवाखानों में दवा की जगह कफन रखे हैं, डॉक्टर नहीं हैं तो बीमार बच्चों को एयर एंबुलेंस (Air Ambulance) से दिल्ली क्यों नहीं ले जाते हैं?
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'केंद्र और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री कुतर्क गढ़ रहे हैं. एक कहता है मैं मंत्री हूं, डॉक्टर नहीं. मरते बच्चे किस्मत का खेल है, और फिर उसी किस्मत को लात मार बिस्कुट खाते बेशर्मी से मैच का स्कोर पूछता है. एक प्रेस मीटिंग में ही सो रहे हैं. लिची को दोषी बताते हैं. भगवान की आपदा बताते हैं.'
राबड़ी देवी ने आगे लिखा, 'मुख्यमंत्री जी सदा की तरह मौन हैं. मुजफ्फरपुर में 40 बच्चियों के साथ सत्ता संरक्षण में जनबलात्कार किया गया तब भी मौन थे. मुजफ्फरपुर में ही भाजपाई नेता द्वारा 30 मासूमों को कार से कुचला तब भी मौन और हर वर्ष की भांति फिर हजारों बच्चों की चमकी बुखार से मौत पर भी चुप.'
उन्होंने आगे कहा, 'क्या 14 वर्ष से राज कर रहे मुख्यमंत्री की हजारों बच्चों की मौत पर कोई जवाबदेही नहीं? कहां है गरीबों के लिए 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की प्रधानमंत्री की आयुष्मान योजना? हम इस नाज़ुक समय में राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन गरीब बच्चों का समुचित इलाज करना सरकार का धर्म और दायित्व है.'
इस बीमारी के चलते नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने पटना आवास में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ चमकी बुखार को लेकर बैठक भी की थी. जानकारी के अनुसार, श्री कृष्णा मेडिकल अस्पताल में अब तक 89 और केजरीवाल अस्पताल में 19 बच्चों की मौत हुई है. इस भयावह स्थिति की जानकारी लेने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh vardhan) ने भी मुजफ्फरपुर का दौरा किया था.
ये है मैच के स्कोर पूछे जाने का पूरा मामला
दरअसल जिस मैच के स्कोर की घटना को लेकर राबड़ी देवी ने तंज कसा है असल में वो घटना रविवार की थी. चमकी बुखार यानि कि इंसेफलाइटिस सिंड्रोम को लेकर मंत्रियों और डॉक्टरों के बीच मीटिंग रखी गई थी. इस मीटिंग में मंगल पांडे के अलावा केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन और राज्यमंत्री अश्विनी चौबे मौजूद थे. ये मीटिंग चमकी बुखार पर चर्चा के लिए रखी गई थी लेकिन इस दौरान स्वास्थय मंत्री मंगल पांडे मीटिंग के बीच में भारत-पाकिस्तान के मैच का स्कोर के बारे में पूछते नजर आ आए. इस घटना वीडियो बी सोशल मीडिया पर काफी वा यरल हुआ और स्वास्थय मंत्री को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा.