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विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह से गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बीजेपी और जेडीयू ने खड़े किये सवाल

बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने पर राजधानी पटना में शताब्दी समारोह का आयोजन किया जा रहा है. रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार समेत डिप्टी सीएम के अलावा जेडीयू, बीजेपी, कांग्रेस, माले और सीपीआई के कई नेता मौजूद थे

Updated on: 07 Feb 2021, 05:30 PM

पटना:

बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने पर राजधानी पटना में शताब्दी समारोह का आयोजन किया जा रहा है. रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार समेत डिप्टी सीएम के अलावा जेडीयू, बीजेपी, कांग्रेस, माले और सीपीआई के कई नेता मौजूद थे, लेकिन इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में आरजेडी के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नहीं शामिल नहीं हुए. तेजस्वी यादव के इस बिहार के ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिओल नहीं होने पर सत्ता पक्ष के तरफ से कई तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं. बीजेपी और जदयू के नेता ने तो उन्हें राज्य के इतिहास तक पढ़ने की सलाह दे डाली.

बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने पर इस शताब्दी समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह , उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद , उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई विधायक मौजूद रहे.

बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर उनके जगह रामचंद्र पूर्वे ने सदन में अपना संबोधन किया. विधानसभा के शताब्दी समारोह में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के नहीं शामिल होने पर बीजेपी और जेडीयू में सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी नेता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि तेजस्वी गायब नेता के तौर पर जाने जाते हैं. जब भी बिहार का बड़ा मौका होता है वहां तेजावी मौजूद नहीं होते हैं. आज 100 वें साल के एतिहासिक समारोह में जहां हर कोई शामिल होना चाहता है वहां तेजस्वी को इससे कोई मतलब नहीं. तेजस्वी को ना तो बिहार की जनता के समस्याओं से मतलब है और ना ही बिहार के गौरव से. तेजस्वी को बिहार के इतिहास के बारे में पढ़ना चाहिए ताकि सम्मान जग सके. जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी को विरासत में राजनीति मिली है, वो क्या जानें इसका महत्व. जब सदन के गरिमा का ख्याल नहीं रहा तो फिर जनता का क्या ख्याल होगा.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विधान सभा के शताब्दी समारोह में नही शामिल होने पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी अपने पिता लालू प्रसाद यादव के इलाज के लिए दिल्ली में हैं इसलिए वो नहीं पहुंच सके हैं. वहीं विरोधियों का जबाब देते हुए तिवारी ने कहा कि अगर जनता का ख्याल नहीं होता तो चुनाव में बड़ी पार्टी कैसे बनती. आज भी जनता ने सबसे ज्यादा वोट तेजस्वी को दिया है.