logo-image

छपरा जहरीली शराब कांड के बाद कैबिनेट की बैठक, मुख्यमंत्री हो गए हैं तानाशाह - सुधाकर सिंह

बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि विधायिका के जरिये जब हम प्राइवेट बिल ला रहें है तो इस बिल को आगे नहीं जाने देना मुख्यमंत्री के तानाशाह रवैया का परिचय है. वहीं, उन्होंने ये कहा कि कृषि पर काम नहीं हुआ है नकरात्मक दर है

Updated on: 20 Dec 2022, 03:20 PM

highlights

  • मुख्यमंत्री के तानाशाह रवैया का है परिचय - सुधाकर सिंह
  • बिहार में कृषि हुई है बर्बाद - सुधाकर सिंह
  • कृषि रोड मैप किसानों के हित में नहीं - सुधाकर सिंह

Patna:

छपरा शराब कांड को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच पटना में सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में कैबिनेट की अहम बैठक हो ही है. इस बैठक में कानून-व्यवस्था के साथ-साथ छपरा शराब कांड मामले पर चर्चा हो रही है. ये अहम बैठक सीएम आवास पर चल रही है. इस अहम बैठक में गृह सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव और अपर मुख्य सचिव भी मौजूद हैं. वहीं, दूसरी तरफ कृषि मंत्री ने सीएम नीतीश कुमार पर एक बार फिर से हमला बोला है. 

बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि विधायिका के जरिये जब हम प्राइवेट बिल ला रहें है तो इस बिल को आगे नहीं जाने देना मुख्यमंत्री के तानाशाह रवैया का परिचय है. वहीं, उन्होंने ये कहा कि कृषि पर काम नहीं हुआ है नकरात्मक दर है बिहार में कृषि बर्बाद हुई है सरकार की कृपा से और इसे इस तरह से बर्बाद किया गया है कि इसका खामियाजा बिहार की जनता बरसों तक भुक्तेगी, जो कृषि रोड मैप बिहार में बनाए गए वह सब किसानों के हित में नहीं रहे किसानों के साथ गलत हुआ है. वहीं, शराबबंदी कानून को लेकर उन्होंने कहा कि आपके इसी बेहतर कानून से बिहार में हजारों लोगों की मौत हो गई.  

यह भी पढ़ें : IT विभाग का गजब कारनामा, मजदूर को थमाया 14 करोड़ का नोटिस 

दूसरी तरफ बीजेपी के सांसद रामकृपाल यादव ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि छपरा जहरीली शराब पीने से जितनी मौत हुई है वो सब गरीब है. उनको हर हाल में मुआवजा मिलना चाहिए. घटना के इतने दिन बीतने के बाद भी अभी तक सीएम नीतीश कुमार घटना स्थल पर नही पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि अब शराबबंदी कानून के नाम पर हजारों गरीब को मरने के लिए छोड़ दिया जा रहा है.