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प्रेमिका को पाने के खातिर आशिक कर बैठा ये काम, पंचायत को भी टेकने पड़े घुटने

आप लोगों ने प्यार के लिए सात संदर पार करने वालों की बहुत सी कहानियां सुनी होंगी. ऐसी ही एक कहानी बिहार के छपरा से सामने आई है.

Updated on: 27 Jul 2022, 05:58 PM

Chapra:

आप लोगों ने प्यार के लिए सात संदर पार करने वालों की बहुत सी कहानियां सुनी होंगी. ऐसी ही एक कहानी बिहार के छपरा से सामने आई है. तो चलिए आपको बताते हैं इस अजब प्रेम की गजब कहानी के बारे में, जहां एक आशिक ने अपनी प्रेमिका को पाने के खातिर उसकी दो-दो शादियां तुड़वा दी. युवक के इस पागलपन वाली आशिकी से परेशान होकर गांव वालों ने अंत में लड़की की शादी उससे ही करवा दी. यह मामला पानापुर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है.

प्रेमी ने तुड़वाई प्रेमिका की दो शादियां 
छपरा के पाना में रहने वाले एक युवक ने अपनी प्रेमिका को पाने के लिए कुछ ऐसा किया की उसकी आशिकी के चर्चे अब जगह-जगह हो रहे हैं. जब युवक को पता चला की उसकी प्रेमिका के घरवालों ने उसकी दो जगह शादियां करवा दी है, तो उसने किसी तरह उन दोनों शादियों को ही तुड़वा दिया. बाद में इस मामले को लेकर जब पंचायत बैठाई गई. जिसमें लड़की की शादी उसके प्रेमी से कराने का फैसला लिया गया. प्रखंड मुख्यालय स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर में ग्रामीणों की मौजूदगी में प्रेमी जोड़े की शादी करवा दी गई.

शादी तुड़वाने के लिए ये करता था प्रेमी.
रामपुररुद्र 161 में रहने वाले नीरज का मशरक थाना क्षेत्र के हंसापिर गांव में रहने वाली बबीता से लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इस बीच युवती के पिता ने उसकी शादी मशरक के एक युवक से करवा दी. इससे नाराज होकर नीरज अपनी प्रेमिका के ससुराल तक पहुंच गया. जिससे उसके विवाहित जीवन में दरार आ गई और बबीता के ससुरालवालों ने उसे घर से निकाल दिया. बबीता के पिता ने सांसारिक मर्यादा बचाने के लिए उसके प्रेमी नीरज के साथ ही लड़की की शादी करवा दी. लेकिन युवक के पिता ने दहेज में दो लाख रुपयों की मांग रख दी. जिसे युवती के पिता पूरा करने में असमर्थ थे.

प्रेमी की हरकतों से टूट गई बबीता
युवती के पिता ने उसकी शादी गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में करवा दी थी, लेकिन यहां भी उसका प्रेमी आ गया और बबीता और उसके पति को जान से मारने की धमकी देने लगा. धमकी से परेशान होकर उसके ससुरालवाले डर गए और उन्होंने बबीता को घर से निकाल कर उसे मायके छोड़ दिया. अपने प्रेमी की हरकतों से पूरी तरह टूट चुकी बबीता अपने पिता के साथ रामपुररुद्र 161 गांव पहुंची. जहां मामले के निस्तारण के लिए पंचायत बैठाई गई. पंचायत में प्रेमी नीरज ने बबीता को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया . जिसके बाद दोनों की शादी करवा दी गई.