बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी पार्टी मीटिंग के बाद से काफी एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं. वहीं, सीएम नीतीश इन दिनों अपने विधायकों, सांसदों, पार्षदों और राज्यसभा सदस्यों से मिल रहे हैं. इसी को लेकर रविवार को सीएम नीतीश कुमार जदयू विधायकों के बाद सांसदों से मिले और मिशन 2024 को लेकर करीब डेढ़ घंटे तक बैठक हुई. बता दें कि सांसदों से सीएम की वन टू वन मुलाकात हुई. वहीं, 3 दिनों से पार्टी सांसदों से मुलाकात का कार्यक्रम जारी है. इस मीटिंग में सीएम ने सांसदों के क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं पर बातचीत की और आगामी लोकसबा चुनाव को लेकर भी चर्चा की.
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नीतीश की मुलाकात पर भाजपा का तंज
वहीं, सीएम के इस मुलाकात पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने नीतीश कुमार पर हमला किया है. तंज कसते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार घबराहट में है, डर लगा हुआ है कि सत्ता हमारी जाने वाली है. बड़े भाई लालू यादव उन पर दबाव बना रहे हैं कि कैसे भी तेजस्वी यादव को छह महीने के लिए भी सही मुख्यमंत्री बना दें. ताकि हम जाए भी तो यह शौक पूरा कर लें. इसी घबराहट में मुख्यमंत्री जी राई विचार कर रहे हैं. नीतीश कुमार अपने सांसदों और विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं. उनको लग रहा है कि हमने जिसको उत्तराधिकारी घोषित किया है, ये लोग स्वीकार नहीं कर पाएंगे और मेरी नाव से कूदकर भाग जाएंगे.
मांझी जब नाव डुबोये तो उसे कौन बचाए
सबको देश का प्रधानमंत्री जी का महामंत्र ग्रहण करने का मन कर रहा है, 'सबका साथ सबका विकास'. इस घबराहट में आज तक 18-19 साल में विधायकों से बारी-बारी से नहीं मिले, सांसदों को फोन नहीं किया. डूबती नैया, मांझी जब नाव डुबोये तो उसे कौन बचाए. मांझी उस नाव के नीतीश कुमार थे, उत्तराधिकारी घोषित कर नाव डूबाने का काम कर दिया. नाव नहीं बच पाएगा, नाव तो डूबेगा ही. हमने पहले भी घोषणा किया था कि 24 पार नहीं कर पाएगा. उसकी शुरुआत हो गई है, लक्षण प्रकट हो गया है, अभी भी वक्त है, आपको राजद की पार्टी ने आश्रम तैयार करने को कह दिया है और अभी भी वक्त है कि कम से कम बिहार की जनता जिसने सम्मान दिया, उसका आभार व्यक्त कर विधानसभा को भंग कर दीजिए और आश्रम में चले जाइए.
12 जुलाई का इंतजार
बता दें कि नीतीश कुमार के पास कुल 16 सांसद और राज्यसभा में 5 सदस्य है. वहीं, इस मुलाकात के बाद से कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. इन बैठकों के बाद से कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ यह भी मायने निकाल रहे हैं कि क्या एक बार फिर नीतीश कुमार पलटने वाले हैं. क्योंकि इससे पहले जब भी नीतीश कुमार ने इस तरह से बैठक की है, तो बिहार की राजनीति में भूचाल ही आया है. वहीं, सभी 12 जुलाई का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, सीएम से मुलाकात करने वाले विधायकों ने मीडिया से ज्यादा कुछ तो नहीं बताया, लेकिन यह जरूर कहा कि सीएम ने अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य तेजी से करने और विकास कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया है.
HIGHLIGHTS
- नीतीश की मुलाकात पर भाजपा का तंज
- मांझी जब नाव डुबोये तो उसे कौन बचाए
- 12 जुलाई का इंतजार
Source : News State Bihar Jharkhand