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तेजस्वी यादव के मंत्री बर्खास्त की मांग पर भड़की BJP, कहा- उभरते यादव नेताओं का चरित्रहनन राजद की नीति

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के मंत्री रामसूरत राय की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजद के नेताओं पर जोरदार निशाना साधा है.

Updated on: 11 Mar 2021, 10:36 PM

highlights

  • भाजपा ने राजद के नेताओं पर जोरदार निशाना साधा
  • तेजस्वी मंत्री पर अनर्गल आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं
  • तेजस्वी यादव को माफी मांगनी चाहिए

पटना:

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के मंत्री रामसूरत राय की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजद के नेताओं पर जोरदार निशाना साधा है. भाजपा ने कहा कि दूसरे दलों के उभरते हुए यादव नेताओं के चरित्र हनन करने का राजद में पुराना रवैया रहा है. लालू प्रसाद की भी यही रणनीति रही है भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि, यादव समुदाय के नेता को राजद के वरिष्ठ नेताओं की यही रणनीति रही है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी मंत्री पर अनर्गल आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पिछले सात पुश्तों से जिनके खानदान पर कोई आरोप नहीं रहा है, उसपर आज तेजस्वी आरोप लगा रहे हैं. तेजस्वी को मंत्री से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कई नेताओं के नामों को गिनाते हुए कहा कि इन लोगों ने कई उभरते नेताओं की राजनीति समाप्त कर दी.

उन्होंने मंत्री राम सूरत राय के चरित्रहनन के लिए तेजस्वी यादव से माफी मांगने की बात कही. उन्होंने कहा कि इधर-उधर की बातें जोड़कर तेजस्वी मंत्री रामसूरत राय पर झूठे आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने सुपारी ले रखी है, दूसरे दलों के उभरते हुए यादव नेताओं के चरित्र हनन करने का. लालू यादव की भी यही रणनीति रही है. इससे पहले तेजस्वी ने गुरुवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि मंत्री रामसूरत राय के स्कूल में शराब की बरामदगी हुई. उनके भाई शराब के कारोबार में संलिप्त हैं, लेकिन मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. राजद नेता ने मंत्री राय को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की. उन्होंने कहा कि मंत्री स्कूल के संस्थापक हैं.

मंत्री की जगह उनके भाई ने कार्यक्रम में लिया भाग, तेजस्वी ने मांगा नीतीश से इस्तीफा

बिहार में पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी की जगह पर उनके भाई संतोष सहनी द्वारा सरकारी कार्यक्रमों में जाने का मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में सफाई भी दी है, लेकिन शनिवार को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से ही इस्तीफा मांगा है. तेजस्वी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री को यह भी पता नहीं कि उनकी सरकार में क्या हो रहा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि मंत्री ने जानबूझकर अपने भाई को किसी कार्यक्रम में नहीं भेजा है.

तेजस्वी ने कहा, "कैसे मुख्यमंत्री हैं कि उन्हें नहीं मालूम है कि मंत्री के भाई ने कई जिलों में आयोजित सरकारी कार्यक्रमों में भाग लेकर विभागीय योजनाओं का उद्घाटन किया है. ऐसे मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए." उन्होंने कहा तब तो कोई भी विधायक और मंत्री अपनी जगह पर अपने बेटा और भाई को भेज देंगे. इससे पहले तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी के खगड़िया और पूर्णिया में भी सरकारी कार्यक्रमों के उद्घाटन की तस्वीर पोस्ट की है.

तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, "नीतीश कुमार अविलंब इस्तीफा दें. मुख्यमंत्री को यह भी नहीं पता, उनकी सरकार में क्या हो रहा है? एक मंत्री की जगह उनका हमशक्ल भाई अब तक अनेक जिलों में शीर्षस्थ पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरकारी योजनाओं का उद्घाटन कर चुका है. मुख्यमंत्री को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है." एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "मंत्री के हमशक्ल से उद्घाटन कराने और प्रोटोकल का उल्लंघन करने वाले दोषी पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पत्रकरों से चर्चा करते हुए कहा कि, "कभी-कभी ऐसा होता है कि लोगों को सारी बातों की जानकारी नहीं होती है. मंत्री मुकेश सहनी ने महसूस किया है, उनसे चूक हुई है. उन्होंने इस संबंध में सारी बातें पत्रकारों को बता दी हैं." उन्होंने कहा कि पार्टी या परिवार का कोई भी व्यक्ति सरकारी कार्यक्रमों में आपकी जगह चला जाए यह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी ने जानबूझकर ऐसी गलती नहीं की है. उल्लेखनीय है कि हाजीपुर के एक सरकारी कार्यक्रम में मंत्री मुकेश सहनी की जगह पर बतौर उद्घाटनकर्ता उनके भाई संतोष सहनी पहुंचे थे और कार्यक्रम का उद्घाटन किया था. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है.