बिहार : उपमुख्यमंत्री सहित 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों के घरों में घुसा पानी, अबतक 24 लोगों की मौत

बाढ़ और बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गो के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है. राज्य में कई जगह बाढ़ का पानी घरों, दुकानों और अस्पतालों में घुस गया है

बाढ़ और बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गो के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है. राज्य में कई जगह बाढ़ का पानी घरों, दुकानों और अस्पतालों में घुस गया है

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
बिहार सरकार ने कर्मचारियों को दिया दिवाली-छठ का तोहफा, त्यौहार के पहले मिलेगी सैलरी

सुशील मोदी और नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

बिहार में रविवार को तीसरे दिन भी भारी बारिश जारी रही. जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह एवं जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया है. अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ व बारिश की वजह से 24 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ और बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गो के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है. राज्य में कई जगह बाढ़ का पानी घरों, दुकानों और अस्पतालों में घुस गया है. बारिश की वजह से ट्रेनों की आवाजाही, सड़क परिवहन और विमान के संचालन पर असर पड़ा है. लंबी दूरी की 12 ट्रेनों और कई यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.

Advertisment

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में BJP ने कार्यकर्ताओं से लेकर मंत्री पद तक के सदस्यों पर की बड़ी कार्रवाई, जानें क्या

रिपोर्ट के अनुसार, पानी बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के राजेंद्र नगर स्थित आवास में भी घुस गया है. इसके अलावा पानी पटना में बोरिंग रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री सतेंद्र नारायण सिंह, भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास में भी घुस गया है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश की संभावना व्यक्त की और राज्य सरकार ने इसको लेकर 'रेड अलर्ट' जारी किया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने यहां कहा, "भारी से अत्यधिक भारी बारिश ने पूरे राज्य में अब तक 24 लोगों की जान ले ली है."

यह भी पढ़ें- वैष्णो देवी जाने के लिए शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस में बुकिंग, जानें कितना है किराया

गंगा, कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा जैसी बड़ी नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे कई जगहों पर बांध टूटने का खतरा पैदा हो गया है. जल संसाधन विभाग ने संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और जिला अधिकारियों से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है. केंद्र ने पहले से ही खतरनाक जगहों पर बचाव व राहत अभियानों के लिए राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल और राज्य आपदा अनुक्रिया बल को तैनात कर दिया है.मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राजधानी पटना में शनिवार से 151 मिलीमीटर की बारिश हुई है, जोकि हाल के वर्षो में एक रिकार्ड है.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की 51 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, जानें किसे मिला है टिकट

पटना में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और यहां हर जगह पानी दिखाई दे रहा है. लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि अधिकतर संकरी गलियां पानी से भरी हुई हैं. लोगों की मदद के लिए कई जगहों पर नौकाओं की तैनाती की गई है. राजेंद्र नगर कॉलोनी में रहने वाले कॉलेज के छात्र संकेत झा ने कहा, "मैंने पहली बार पानी से भरे पटना में नावों को चलते देखा है."एक सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक ने आईएएनएस से यहां कहा, "ड्रेनेज के जाम होने से पूरा पटना जलमग्न हो गया है. इससे यहां के आवासीय स्थानों पर अफरा-तफरी मच गई है और बारिश ने पटना नगर निगम की कलई खोल दी है."

Bihar Jitan Ram Manjhi heavy rain sushil modi Satendra narayan singh
Advertisment