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बिहार के टॉपर्स घोटाला मामले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने कड़ी कार्रवाई की है। BSEB ने निर्धारित मानदंडों का पालन नहीं करने के लिए मंगलवार को कई इंटर कॉलेजों और स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी।
BSEB ने इंटर (बारहवीं) की परीक्षा में हुए घोटाले की जांच के बाद 68 इंटर कॉलेज और 19 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है।
Bihar School Examination Board (BSEB) cancels recognition of 68 inter-colleges & 19 schools; investigation was on after the toppers' scam.
— ANI (@ANI_news) October 18, 2016
इस साल जून में रिज़ल्ट्स आए थे तब इस घोटाले का खुलासा हुआ। इस घोटाले के बाद बिहार सरकार की ज़बरदस्त किरकिरी हुई थी।
इंटरमीडिएट की परीक्षा में आर्ट्स स्ट्रीम से रूबी राय नाम की छात्रा ने टॉप किया था, लेकिन जब उनसे उनके संबंधित विषय के बारे में पूछा गया तो वो कोई जवाब नहीं दे पाई थी। रूबी राय ने पॉलिटिकल साइंस को 'प्रॉडिगल साइंस' कहा था।
रूबी के अलावा कुछ दूसरे छात्र भी अपने विषय से संबंधित जानकारी नहीं थी। इस मामले की जब जांच की गई तब कई स्कूलों और डिग्री कालेज द्वारा फर्जी तरीके से छात्रों को टॉप कराने की बात सामने आई। इसके साथ ही यह भी पता चला कि रूबी राय ने परीक्षा के दौरान सवालों के जवाब खुद नहीं लिखा था। बल्कि उसकी कॉपी किसी और ने लिखी थी। इस बात का खुलासा फॉरेंसिंक जांच से हुआ था।
इस घोटाले में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें बीएसईबी के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर सिंह, उनकी पत्नी उषा सिंह, जेडीयू के एक पूर्व विधायक, एक कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय, रूबी राय और दूसरे लोग शामिल थे।