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बिहार: बेटे को मरा मान चुकी थी मां, पत्नी ने कर ली दूसरी शादी...अब 12 साल बाद पाकिस्तान से वतन वापसी

बिहार के बक्सर में करीब 12 साल पहले जिस बेटे के लापता होने के बाद मां ने उसे मरा हुआ मानकर अंतिम संस्कार कर दिया था, जब उसे पता चला कि उसका बेटा जिंदा है और पाकिस्तान की जेल से छूटकर अपने देश लौट रहा है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा

Updated on: 12 Apr 2022, 05:10 PM

नई दिल्ली:

बिहार के बक्सर में करीब 12 साल पहले जिस बेटे के लापता होने के बाद मां ने उसे मरा हुआ मानकर अंतिम संस्कार कर दिया था, जब उसे पता चला कि उसका बेटा जिंदा है और पाकिस्तान की जेल से छूटकर अपने देश लौट रहा है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.उस बूढ़ी मां के आंखों से आंसू बहने लगे. छवि नाम का युवक करीब 12 साल पहले पंजाब से भटककर पाकिस्तान सीमा में पहुंच गया था जिसके बाद वहां की सेना ने उसे पकड़ लिया था. अब पाकिस्तान सरकार द्वारा उसे भारत को सौंपने के बाद बक्सर प्रशासन की टीम उसे लाने के लिए गुरदासपुर रवाना हो गई है. 

12 साल पहले जब छवि गायब हुआ था तो उस वक्त परिजनों को छवि के बारे में काफी दिनों तक कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने उसे मरा हुआ समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. उसकी पत्नी ने भी दूसरी शादी कर ली.  बीते दिनों पाकिस्तान सरकार के द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि छवि नाम का एक युवक पाकिस्तान की जेल में बंद है. सूचना मिलने के बाद विदेश मंत्रालय के द्वारा उसकी पहचान के लिए स्थानीय प्रशासन से जानकारी मांगी गई. पुलिस टीम ने उसके घर पर पहुंचकर इसकी पुष्टि की. छवि के जिंदा होने की खबर सुनकर उसकी मां की आंखों से आंसू बहने लगे. उन्होंने कहा कि वो ये मान चुके थे कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन, अब यह उम्मीद है कि बेटा जल्द ही उनसे मिल जाएगा.

बक्सर जिला प्रशासन से छवि के लापता होने की पुष्टि होने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से उसे प्रत्यर्पित करने की मांग की. बीते 5 अप्रैल को पाकिस्तान सरकार ने  उसे अटारी सीमा के रास्ते बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) को सुपुर्द कर दिया. अब बीएसएफ उसे गुरदासपुर जिला प्रशासन के हवाले करेगी. गुरदासपुर जिला प्रशासन के द्वारा बक्सर जिला पदाधिकारी को इसकी सूचना दी गई. डीएम के निर्देश पर आरक्षी अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने छवि को लाने के लिए पुलिस टीम का गठन किया और उसे गुरदासपुर भेज दिया. अब जल्द ही छवि एक बार फिर अपने परिजनों के पास होगा.