बिहार की राजधानी पटना के बांसघाट में पहला आधुनिक शवदाहगृह बन रहा है. यह राजधानी करीब 4.5 एकड़ जमीन पर 89.40 करोड़ रुपये की लागत तैयार हो रहा है. नया शवदाहगृह मई में बनकर तैयार होगा. इसके बाद शवदाहगृह का उद्घाटन किया जाएगा.
आधुनिक सुविधाओं लैस शवदाहगृह
निर्माण कंपनी बुडको के इंजीनियर के अनुसार, पहले शवदाहगृह केवल 1.24 एकड़ में फैला था. इस दौरान कई आवश्यक सुविधाओं का अभाव बना हुआ था. नया शवदाहगृह आधुनिक तकनीक से लैस होने पाला है. यहां पर चार विद्युत शवदाह यूनिट, छह लकड़ी आधारित और आठ परंपरागत शवदाह स्थलों की व्यवस्था की जाएगी. यहां पर एक ही जगह अंतिम संस्कार को लेकर सभी तरह की सुविधाएं होने वाली हैं.
यह पर क्या-क्या होंगी सुविधाएं
यहां पर अस्थि विसर्जन और नहाने के लिए दो तालाब होने वाले हैं. यहां पर पाइपलाइन की मदद से गंगा नदी से इन दोनों तालाबों तक पानी लाया जाएगा. यहां पर दो प्रतीक्षा कक्ष, दो प्रार्थना घर और दो पूजा हॉल भी होंगे. छह ब्लॉक शौचालय, एक कार्यालय और 2 चेंजिंग रूम भी होगा. इसमें एक प्रशासनिक कार्यालय, कैंटीन, मंदिर और स्टाफ क्वॉर्टर भी मौजूद होगा. यहां पर 40 स्क्वॉयर मीटर का सब स्टेशन होंगा. इसके साथ शवगृह, पार्किंग, आंतरिक सड़कें और सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली भी होगी. इसके साथ कैंटीन, मंदिर, स्टॉफ क्वॉर्टर और 40 वर्ग मीटर का सब-क्वार्टर, परिसर में शवगृह, पार्किंग, सड़क, मंत्र/श्लोक और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी होगा.
पुराने शवदाहगृह का किया जीर्णोद्धार
पुराने शवदाहगृह जीर्णोद्धार किया गया. इसके तहत 4 हजार 260 वर्ग मीटर में वेंडिंग जोन और वेटिंग रूम, 1 ब्लॉक शौचालय, चेंजिंग रूम, पार्किग तथा बैठने के लिए शेड तैयार किए गए हैं. परंपरागत शवदाहगृह में अस्थि विसर्जन की व्यवस्था, गंगा जल शावर भी बनाए गये हैं. इस परियोजना के पूरा होने से पटना और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों को अंतिम संस्कार को लेकर अत्याधुनिक सुविधाएं प्राप्त होंगी. इससे यह स्थान ज्यादा सुव्यवस्थित और पर्यावरण के अनुकूल बनेगा.