New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/03/06/ajay-kumar-70.jpg)
अजय कुमार (फाइल फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
पिन्टू कुमार देश की रक्षा करने के दौरान जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे
अजय कुमार (फाइल फोटो)
बिहार के चर्चित समाजसेवी और बेगूसराय में बिहार का सबसे ऊंचा तिरंगा लगाने के लिए अभियान चला रहे अजय कुमार बेगूसराय के शहीद सपूत पिन्टू कुमार सिंह के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया. दिल्ली से अपने पैतृक जिला पहुंचे संजय शहीद जवान पिन्टू के बखरी प्रखंड स्थित गांव ध्यानचकी पहुंचे. उनके साथ काफी संख्या में अन्य लोग भी साथ थे. अजय कुमार ने शहीद पिन्टू के पिता चक्रधर प्रसाद सिंह, शहीद की पत्नी अंजू सिंह और पांच साल की बेटी आरोही से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद करने की बात कही. उन्होंने कहा, "शहीद पिंटू कुमार ने देश सेवा में अपने प्राणों की बाजी लगा दी. ऐसे वीर सेनानी के माता पिता को नमन करता हूं और आप सभी की सेवा में हर समय तत्पर रहूंगा."
ये भी पढ़ें - राजस्थान में एनएसयूआई ने किया अनोखा प्रदर्शन, जानकर हैरत में पड़ जाएंगे आप
शहीद के परिजनों ने भी अजय कुमार से अपना दुख दर्द साझा किया. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह बखरी प्रखंड के ध्यानचकी निवासी पिन्टू कुमार देश की रक्षा करने के दौरान जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे.गौरतलब है कि अजय बेगूसराय की धरती पर बिहार का सबसे ऊंचा तिरंगा लगाने के लिए इसके लिए अभियान छेड़ रखा है. अजय ने वीरों की धरती पर न केवल बिहार का सबसे ऊंचा तिरंगा लगाने के लिए प्रयासरत हैं, बल्कि उन्होंने आजादी से अब तक बेगूसराय के शहीदों व वीरों के नाम का शिलालेख बनवाने का भी प्रस्ताव रखा है और इसके लिए जिला प्रशासन से जगह उपलब्ध कराने की मांग की है.
ये भी पढ़ें - अखिलेश यादव ने साधा प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना पर निशाना
इसके लिए अजय ने बिहार के राज्यपाल और उपमुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है. अजय के साथ इस अभियान में 5000 से अधिक लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं. अजय स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं.
Source : IANS