Bihar Politics: बदल रहा सियासत का ट्रेंड, ब्यूरोक्रेसी को पसंद आ रही है पॉलिटिक्स

बिहार की राजनीति में अचानक रिटायर्ड सरकारी अधिकारियों की भूमिका बढ़ने लगी है. कई राजनीतिक दलों के साथ रिटायर्ड हो चुके आईएएस और आईपीएस अधिकारी अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत कर रहे हैं.

बिहार की राजनीति में अचानक रिटायर्ड सरकारी अधिकारियों की भूमिका बढ़ने लगी है. कई राजनीतिक दलों के साथ रिटायर्ड हो चुके आईएएस और आईपीएस अधिकारी अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत कर रहे हैं.

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Jatin Madan
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रिटायरमेंट के बाद ज्वाइन कर रहे राजनीतिक पार्टी.( Photo Credit : News State Bihar Jharakhand)

बिहार की राजनीति में अचानक रिटायर्ड सरकारी अधिकारियों की भूमिका बढ़ने लगी है. कई राजनीतिक दलों के साथ रिटायर्ड हो चुके आईएएस और आईपीएस अधिकारी अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत कर रहे हैं. जिस पर दूसरी पार्टियां तंज भी कस रही हैं. 2024 के चुनाव से पहले अब बिहार की सियासत गरमाने लगी है. चुनावी रणनीति बनाने के साथ ही वोटबैंक को साधने की कवायत भी तेज हो गई है, लेकिन इस सब के बीच सियासत का ट्रेंड बदल रहा है. क्योंकि अब राजनीति के पिच पर प्रशासनिक खिलाड़ी दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हो रहे हैं. बिहार की राजनीति में अचानक से रिटायर्ड सरकारी अधिकारियों की भूमिका बढ़ने लगी है. रिटायर्ड अधिकारी अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करने में जुट गए हैं.

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करुणासागर की Politics Entry

RJD में तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी करुणासागर ने धमाकेदार एंट्री ली है. बिहार के जहानाबाद के रहने वाले करुणासागर को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई और पार्टी में शामिल होते ही RJD ने कहा कि ये ए टू जेड की पार्टी है. काबिलियत, जन सरोकार और मुद्दों को लेकर ये पार्टी आगे बढ़ती है.

पूर्व अधिकारियों ने भले ही RJD का हाथ थामा हो, लेकिन सहयोगी JDU इस पर चुटकी ले रही है. JDU का कहना है कि राजनीति के नए दौर में राजनीतिक का व्यवसायिक इस्तेमाल किया जा रहा है. JDU का कहना है कि रिटायर्ड पदाधिकारी पिटे हुए कारतूस हैं और इन लोगों का अपने गांव में भी कोई जनाधार नहीं है. सिर्फ JDU नहीं बल्कि बीजेपी भी इसको लेकर RJD को घेरने की कोशिश कर रही है. ये जानते हुए कि बीजेपी के कई दिग्गज पूर्व अधिकारी रह चुके हैं. कई केंद्रीय मंत्रियों का भी प्रशासनिक सेवा से जुड़ा करियर रहा है. बावजूद बीजेपी को बिहार की सियासत में अधिकारियों की एंट्री तनिक भी रास नहीं आ रही है.

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राजनीति की पिच पर प्रशासनिक खिलाड़ी

एक सप्ताह पहले जन सुराज अभियान में 12 से ज्यादा रिटायर्ड IAS और IPS अधिकारी भी जुड़े. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अचानक सेवानिवृत्त अधिकारियों के राजनीति में एंट्री हो रही है. इन अधिकारियों को कहीं ना कहीं उम्मीद जरूर है कि पार्टियां इन्हें टिकट दे देंगी, लेकिन कुर्सी पर बैठकर आदेश देने वाले इन अधिकारियों को आम जनता कितना अपनाती है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

HIGHLIGHTS

  • ब्यूरोक्रेसी को पॉलिटिक्स पसंद
  • रिटायरमेंट के बाद ज्वाइन कर रहे राजनीतिक पार्टी
  • बदल रहा सियासत का ट्रेंड
  • राजनीति की पिच पर प्रशासनिक खिलाड़ी 

Source : News State Bihar Jharkhand

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