Bihar Politics: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव संभावित हैं, और सियासी सरगर्मी लगातार तेज़ होती जा रही है. दिवाली और छठ पूजा के बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. इसी बीच महागठबंधन (INDIA गठबंधन) के भीतर सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर मंथन जारी है.
ताजा बयान कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार का आया है, जिसने सियासी हलकों में हलचल बढ़ा दी है. उन्होंने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा मानने की बात कही है. उनका कहना है कि जिस दल का प्रदर्शन बेहतर रहा है, वही गठबंधन में नेतृत्व करेगा. ऐसे में तेजस्वी को सीएम फेस बनाए जाने पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए.
वरिष्ठ नेता अखिलेश सिंह ने किया कन्हैया का समर्थन
कन्हैया के बयान का समर्थन बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश सिंह ने भी किया है. इसे कांग्रेस की ओर से आरजेडी को 'बड़े भाई' के रूप में स्वीकार करने की शुरुआत माना जा रहा है. हालांकि, कांग्रेस की केंद्रीय या राज्यस्तरीय नेतृत्व की तरफ़ से अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
बन सकती है असहमति
इस बीच कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए 90 सीटों की मांग रखी है, जबकि 2020 के चुनाव में पार्टी 70 सीटों पर लड़ी थी और सिर्फ़ 19 पर जीत हासिल हुई थी. ऐसे में कांग्रेस की मांग को लेकर आरजेडी और अन्य सहयोगी दलों में असहमति बन सकती है.
वहीं, बीजेपी ने इस बयान को कांग्रेस की "कमज़ोरी" बताया है. पार्टी का कहना है कि कांग्रेस अब आरजेडी के आगे झुक रही है और बिहार में उसका प्रभाव लगातार घट रहा है.
कन्हैया कुमार लड़ सकते हैं चुनाव
कन्हैया कुमार ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे इस बार बिहार चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं. पिछली बार उन्हें मौका नहीं मिला था, लेकिन अब तेजस्वी से सहमति मिलने की उम्मीद है.
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं और INDIA गठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे का गणित अभी साफ नहीं है. अक्टूबर के अंत तक वोटर लिस्ट अपडेट की प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है और नवंबर के आखिरी हफ्ते तक चुनाव के नतीजे आने की उम्मीद है.