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ये हैं बिहार के टॉप 5 सेक्स स्कैंडल जिनका रहा है पॉलिटिकल कनेक्शन

बिहार के आरा में एक सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है. इस सेक्स रैकेट के खुलासे के बाद कई बड़े नेताओं का नाम आ रहा है. इस संबंध में सूबे के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. आज हम आपको बता रहे हैं बिहार के टॉप 5 सेक्स स्कैंडल के बारे में.

Updated on: 25 Jul 2019, 02:31 PM

नई दिल्ली:

बिहार के आरा में एक सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है. इस सेक्स रैकेट के खुलासे के बाद कई बड़े नेताओं का नाम आ रहा है. इस संबंध में सूबे के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. हालांकि जिस नेता का नाम सामने आ रहा है उसकी जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है लेकिन पुलिस नाम की पुष्टि नहीं की है. राजनीति और सेक्स का एक बार फिर से कनेक्शन खुल कर सामने आ गया है. सेक्स और राजनीति के इतने कनेक्शन सामने आ चुके हैं कि जिसकी गिनती नहीं की जा सकती. फिर भी हम आज आपको राजनीति और सेक्स के कनेक्शन के कुछ चुनिंदा किस्सों के बारे में बता रहे हैं.

मुजफ्फरनगर शेल्टर होम केस

साल 2018 में TISS की रिपोर्ट आई तो बिहार में चलने वाले शेल्टर होम के अंदर का काला सच खुल कर सबसे सामने आ गया. इसकी आड़ में नाबालिग बच्चियों के साथ योन शोषण किया जा रहा था. जब इसकी जांच शुरू हुई तो परत दर परत नेताओं के कनेक्शन सामने आने लगे.

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तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति का नाम भी इस केस में शामिल हुआ. उनका नाम एक बड़े नेता के साथ जुड़ा हुआ था. इसी केस के कारण मंजू वर्मा को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा.

नाबालिग से यौन शोषण का आरोप

आरजेडी के बड़े नेता और लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव ने नालंदा की रहने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण किया था. यौन शोषण के आरोप में यादव को सजा भी सुनाई गई थी और वह अभी सजा काट रहा है. नाबालिग ने यह भी बताया था कि उसे राजबल्लभ के पास एक महिला ले गई थी. नाबालिग के बयान के आधार पर वह महिला भी आज जेल में है.

शिल्पी-गौतम मर्डर केस

1999 में लालू यादव जब सत्ता में आए तो बिहार में उनकी जबरदस्त धमक थी. लालू की शह के कारण उनके दोनों साले भी पावर में रहते थे. उसी दौर में शिल्पी जैन और गौतम सिंह मर्डर केस हुआ था. पटना के 'व्हाइट हाउस' से संबंधित इस मामले को वहीं दबा दिया गया. इसका आरोप लालू यादव के साले साधू यादव पर लगा. यह भी आरोप लगा कि शिल्पी का पहले बलात्कार किया गया और फिर दोनों की हत्या कर दी गई. सीबीआई ने भी 2003 में इस केस को आत्महत्या करार देते हुए फाइल को बंद कर दिया.

चंपा विश्वास कांड

वर्ष 1998 में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार का बिहार में सिक्का चलता था. उसी समय में 1982 बैच के एक सीनियर IAS अफसर बी. बी. विश्वास बिहार में तैनात थे. वह दलित समाज से आते थे. आरजेडी विधायक हेमलता यादव के बेटे बबलू उर्फ मृत्युंजय यादव पर आरोप लगा कि उसने IAS अफसर की पत्नी चंपा विश्वास का लंबे समय तक बलात्कार किया.

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यह भी आरोप लगा कि मृत्युंजय यादव और उसके कई दोस्तों ने दो सालों तक चंपा के साथ सामूहिक बलात्कार किया. जब विश्वास की पत्नी थाने में गईं तो उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई. आरोप लगा कि जब लालू प्रसाद यादव से इस बारे में गुहार लगाई गई तो 'भूल जाओ' जैसा जवाब मिला. इस घटना के बाद उनके पति का वेतन रोक दिया गया और पति-पत्नी सड़क पर आ गए. इलाज के अभाव में विश्वास की मौत हो गई. जबकि चम्पा अपने दो बच्चों के साथ कोलकाता चली गईं और कभी वापस नजर नहीं आईं.

बॉबी सेक्स स्कैंडल

साल 1983 का चर्चित बिहार के बॉबी सेक्स स्कैंडल ने कांग्रेस की राजनीति में भूचाल लाकर रख दिया. इसमें कई बड़े राजनेताओं के नाम सामने आ गए. उस समय डॉ. जगन्नाथ मिश्रा मुख्यमंत्री थे और छीटें उनके दामन तक पहुंच गईं. सचिवालय में काम करने वाली श्वेता निशा त्रिवेदी उर्फ बॉबी के साथ रिश्तों और हत्या में मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों के नाम सामने आए.

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सत्ता की ताकत के चलते इस मामले को दबा दिया गया. लेकिन जब फिर से हो हल्ला हुआ तो फाइल खोली गई. सीबीआई ने अंतिम पड़ताल की. पड़ताल में बॉबी की हत्या का मामला खत्म हो गया. इसके लिए सीबीआई पर आज भी उंगली उठाई जाती है.