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पशुपति पारस ने भतीजे के खिलाफ खेला बड़ा दांव, अब क्या होगा चिराग कि अगली चाल?

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड का गठन किया है, जिसका अध्यक्ष पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को बनाया गया है.

Updated on: 03 Feb 2024, 08:49 PM

highlights

  • पशुपति पारस ने भतीजे के खिलाफ खेला बड़ा खेल
  • बाहुबली नेता को किया आगे
  • अब भतीजे की क्या होगी अगली चाल?

Patna:

Bihar Political News: एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में नई सरकार ने बढ़ते सियासी घमासान को देखते हुए बिहार कैबिनेट में विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. इसी बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड का गठन किया है, जिसका अध्यक्ष पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को बनाया गया है. बता दें कि भूमिहार समुदाय में उनकी काफी अच्छी पकड़ है और उन्हें बिहार का बाहुबली भी माना जाता है. वहीं  बता दें कि ये जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने शनिवार को दी. श्रवण अग्रवाल ने कहा कि, आरएलजेपी के 21 प्रमुख नेताओं को राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड में रखा गया है.

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यह लोग भी हुए बोर्ड में शामिल

आपको बता दें कि इनमें राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, सांसद महबूब अली कैसर, प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज, सांसद चन्दन सिंह, पूर्व विधायक अनिल चौधरी, विधान पार्षद भूषण कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विरेश्वर सिंह, एस.सी/एस.टी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण राज को शामिल किया गया है. इसके अलावा, बोर्ड में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष विनोद नागर, राष्ट्रीय महासचिव रामजी सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल, संजय सर्राफ, राष्ट्रीय महासचिव एल्विस जोसेफ, राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ नूतन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव जी.वी. मणिमारन, आदि भी शामिल हुए.

वहीं आपको बता दें कि राष्ट्रीय महासचिव डॉ. उषा शर्मा, राष्ट्रीय संगठन महासचिव सुधांशु द्विवेदी, राष्ट्रीय सचिव रूचिदा शर्मा, इन्दु भूषण सिंह उर्फ टुनटुन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष झारखंड राज कुमार राज और विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में जिया लाल शामिल हुए.

12 फरवरी को होगा कैबिनेट का विस्तार

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस पहल के बाद मंत्रियों को बिहार विधानसभा के बजट सत्र की तैयारी के लिए समय मिल जाएगा, जबकि बजट सत्र 12 फरवरी से शुरू होगा और 1 मार्च तक चलेगा. वहीं 12 फरवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग और नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. इससे पहले 12 फरवरी को 11.30 बजे बजट सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होगा. वहीं, विधान मंडल के सत्र के पहले दिन सरकार के द्वारा विश्वास मत प्रस्ताव पेश करेगी और 13 फरवरी को विधान मंडल में बजट पेश करेगी. हालांकि, इस बार बजट सत्र बेहद छोटा होगा और सिर्फ 11 कार्य दिवसों में आयोजित किया जाएगा.