हेलीकॉप्टर से भभुआ पहुंचे मुकेश सहनी का बयान, कहा - 'निषाद मेरे लिए जाति नहीं मेरा परिवार'
एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी शनिवार को हेलीकॉप्टर से कैमूर जिले के चांद प्रखंड के लेदरी गांव पहुंचे.
highlights
- हेलीकॉप्टर से भभुआ पहुंचे मुकेश सहनी
- कहा - 'निषाद मेरे लिए जाति नहीं मेरा परिवार'
- नेताओं पर की बड़ी टिप्पणी
Patna:
एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी शनिवार को हेलीकॉप्टर से कैमूर जिले के चांद प्रखंड के लेदरी गांव पहुंचे, जहां उनके पहुंचने पर यहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. इसके बाद एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए सहनी ने आरक्षण की लड़ाई तेज करने का आह्वान करते हुए कहा कि, ''हमलोग उस दशरथ मांझी के बिहार वाले हैं जो पहाड़ में रास्ता बनाते वक्त कहा करते थे कि ''जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं'', आज हमने भी तय कर लिया है कि जब तक आरक्षण नहीं ले लेंगे तब तक छोड़ेंगे नहीं.'' वहीं मुकेश सहनी के इस बात पर लोगों ने जमकर समर्थन किया.
आपको बता दें कि 'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से मशहूर मुकेश सहनी ने साफ तौर पर दावा किया कि, ''अब निषाद का बेटा वोट नहीं बेचेगा. अब एक-एक निषाद हाथ में गंगाजल लेकर आरक्षण के लिए संघर्ष करने का संकल्प ले रहा है.'' साथ ही आगे उन्होंने ये भी कहा कि, ''आरक्षण की लड़ाई कोई नई नहीं है. यह मेरा हक और अधिकार है. जब देश एक है, संविधान एक है, पीएम एक है तो फिर पश्चिम बंगाल और दिल्ली में निषादों को आरक्षण है और बिहार, झारखंड और यूपी में निषादों को आरक्षण क्यों नहीं है ?''
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इसके साथ ही आगे उन्होंने ये भी कहा कि, ''आज निषादों की आबादी 3 करोड़ से अधिक होने के बाद भी एक भी निषाद का बेटा कलेक्टर नहीं है. अगर आज आरक्षण होता तो ऐसी स्थिति नहीं बनती.'' साथ ही सहनी ने जोर देकर आगे कहा कि, ''आज देश में पैसा और पॉवर का ही बोलबाला है. आज लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे हैं और आज निषादों के लिए जमीन पर भी घर नहीं है. इसको कौन देखेगा.'' यहां बड़ी संख्या में मौजूद युवाओं और महिलाओं ने हाथ में गंगा जल लेकर आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए शिक्षा देने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने का संकल्प लिया.
आपको बता दें कि आगे उन्होंने इसको लेकर दावा करते हुए कहा कि, ''आज हर कोई संघर्ष का संकल्प ले रहा है और यही संकल्प निषादों का उज्ज्वल भविष्य तय करेगा. उन्होंने कहा कि हम उन्हीं की सुनेंगे जो हमारी बात सुनेंगे, जो हमारी बात नहीं सुनेंगे हम उनकी नहीं सुनेंगे. उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ आरक्षण चाहिए.''
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