लालू यादव ने केंद्र सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, बोले- 'संविधान-आरक्षण के साथ खिलवाड़...'

राजद प्रमुख लालू यादव ने UPSC की लेटरल एंट्री को दलित, पिछड़े और आदिवासियों के अधिकारों पर हमला बताया. उन्होंने केंद्र सरकार पर बाबा साहब के संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया.

राजद प्रमुख लालू यादव ने UPSC की लेटरल एंट्री को दलित, पिछड़े और आदिवासियों के अधिकारों पर हमला बताया. उन्होंने केंद्र सरकार पर बाबा साहब के संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया.

author-image
Ritu Sharma
New Update
Bihar Politics

लालू प्रसाद यादव

Bihar Politics News: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान और आरक्षण व्यवस्था को कमजोर करने की साजिश रच रही है. लालू यादव का यह बयान केंद्र सरकार द्वारा लोक सेवा आयोग (UPSC) के माध्यम से निजी क्षेत्र से संयुक्त सचिव, उप-सचिव और निदेशक स्तर पर सीधी भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किए जाने के बाद आया है.

निजी क्षेत्र से सीधी भर्ती पर सवाल

Advertisment

आपको बता दें कि लालू यादव ने इस नई नियुक्ति प्रक्रिया की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि यह संविधान के मूल्यों और आरक्षण प्रणाली के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में न केवल सरकारी कर्मचारियों को आवेदन का अवसर नहीं दिया गया, बल्कि इसमें आरक्षण का भी कोई प्रावधान नहीं है. लालू यादव ने इसे बीजेपी और आरएसएस की साजिश करार दिया और आरोप लगाया कि यह नियुक्ति प्रक्रिया कॉरपोरेट में काम कर रहे संघ समर्थकों को सीधे सरकार के उच्च पदों पर बैठाने के लिए की जा रही है. उन्होंने इसे 'नागपुरिया मॉडल' का हिस्सा बताया, जिसमें संघ के विचारधारा के लोग सरकारी तंत्र में प्रवेश कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें : चंपई सोरेन के अचानक दिल्ली रवाना होने से मचा सियासी भूचाल, क्या BJP करेगी कोई बड़ा खेला?

आरक्षण की अनदेखी पर कड़ी प्रतिक्रिया

वहीं लालू यादव ने आरोप लगाया कि संघी मॉडल के तहत इस नई भर्ती प्रक्रिया में दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदायों के लोगों को आरक्षण का कोई लाभ नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह वंचित वर्गों के अधिकारों पर एक संगठित हमला है, जिसमें एनडीए सरकार पूरी तरह से शामिल है. लालू यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार संविधान की मूल भावना को खत्म कर रही है और आरक्षण को दरकिनार करने का प्रयास कर रही है.

तेजस्वी यादव ने भी जताई चिंता

इसके अलावा आपको बता दें कि लालू यादव के इस बयान से पहले, आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी इस नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार बाबा साहेब द्वारा लिखे गए संविधान और आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है. तेजस्वी यादव ने इसे दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकारों पर हमला बताया और इस नीति को संविधान के खिलाफ करार दिया.

संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए आवाज उठाने का आह्वान

बहरहाल, लालू यादव ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी वंचित और शोषित वर्गों से अपील की है कि वे संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संविधान को कमजोर करके आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है. लालू यादव का कहना है कि अगर इस साजिश का समय रहते विरोध नहीं किया गया, तो यह लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है.

Bihar Politics bihar politics latest news Lalu Yadav Bihar Politics BJP RJD CM Nitish Kumar Bihar politicsal News hindi news Bihar Politics Congress PM Narendra Modi Bihar News bihar politics Lalu yadav
Advertisment