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बिहार में 12 फरवरी को होगा फ्लोर टेस्ट, CM नीतीश सदन में रखेंगे प्रस्ताव

एक तरफ जहां बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ लगातार बयानों का दौर भी शुरू हो गया है.इन सबके बीच 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है. इसके लिए विधानसभा का एजेंडा जारी कर दिया गया है.

Updated on: 09 Feb 2024, 06:35 PM

highlights

  • 12 फरवरी को होगा बिहार में फ्लोर टेस्ट 
  • CM नीतीश सदन में रखेंगे प्रस्ताव
  • हंगामेदार हो सकता है ये सत्र

Patna:

Bihar Assembly News: एक तरफ जहां बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ लगातार बयानों का दौर भी शुरू हो गया है.इन सबके बीच 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है. इसके लिए विधानसभा का एजेंडा जारी कर दिया गया है. बता दें कि सोमवार को सुबह 11 बजे बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी. वहीं विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा प्रारंभिक संबोधन होगा. इसके बाद 11:30 बजे राज्यपाल संयुक्त सदन को संबोधित करेंगे. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होगी. बिहार विधानसभा अध्यक्ष को हटाने से संबंधित संकल्प पत्र विचार के लिए रखा जाएगा. स्पीकर के फैसले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में अपनी सरकार के लिए विश्वास मत का प्रस्ताव रखेंगे.

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हंगामेदार हो सकता है ये सत्र

आपको बता दें कि बिहार में 28 जनवरी को गठित होने वाली नई सरकार को 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत जीतना है. जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार के पाला बदलने से अचानक सत्ता गंवाने से आहत 'महागठबंधन' के नेता दावा कर रहे हैं कि राजद नेता अवध बिहारी चौधरी अभी भी विधानसभा अध्यक्ष हैं, इसलिए सत्र हंगामेदार हो सकता है. वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि 'खेला होगा' वाले बयान के बाद बिहार में राजनीति चरम पर है.

महागठबंधन के पास हैं 114 सदस्य 

इसके साथ ही आपको बता दें कि एनडीए को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी के चार विधायकों और एक निर्दलीय का भी समर्थन प्राप्त है. वहीं 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए विधायकों की संख्या जहां 128 है, वहीं महागठबंधन के पास 114 सदस्य हैं, जिसमें राजद के अलावा कांग्रेस और तीन वामपंथी दल शामिल हैं. बता दें कि बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए महागठबंधन के पास आठ विधायक कम हैं। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के पास एक विधायक है, हालांकि पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.