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NDA के सहयोगी चिराग पासवान ने रखीं ये बड़ी शर्ते, बोले- नहीं तो खुले हैं विकल्प

सूत्रों के मुताबिक, अगर बात नहीं बनी तो चिराग पासवान की पार्टी बिहार में 23 सीटों अकेले चुनाव लड़ेगी. तेजस्वी से बातचीत पर चिराग ने कहा कि दुश्मन का दुश्मन का दोस्त होता है, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं कि मैं एनडीए गठबंधन में हूं

Updated on: 27 Jan 2024, 03:47 PM

नई दिल्ली:


बिहार में सियासी हलचल के बीच नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने की अटकलों को लेकर सहयोगी दलों में भी खलबली मच गई है.  लोजपा रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान की चिंता बढ़ गई है. दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने एनडीए के सामने बड़ी शर्ते रख दी.  चिराग ने कहा, 'एलजेपी (रामविलास पासवान) बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट की नीति पर काम करना चाहती है. भाजपा एक बड़ी पार्टी है, लेकिन उसे बिहार के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर काम करना चाहिए. हमारी सीटें कम नहीं होनी चाहिए. सूत्रों के मुताबिक, अगर बात नहीं बनी तो चिराग पासवान की पार्टी बिहार में 23 सीटों अकेले चुनाव लड़ेगी. तेजस्वी से बातचीत पर चिराग ने कहा कि दुश्मन का दुश्मन का दोस्त होता है, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं कि मैं एनडीए गठबंधन में हूं, लेकिन विकल्प हमेशा खुले हुए हैं. बीजेपी आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद ही चिराग पटना जाएंगे. चिराग ने कहा कि हमें पहले भी धोखा दिया गया है, लेकिन पशुपति पारस हमारे कोटे में नहीं हैं, वे बीजेपी के साथ समझौता कर सकते हैं. यह उनकी समस्या है.