Bihar Police: बिहार से एक बार फिर अजीबो गरीब घटना सामने आई है, जहां पुलिस एक शव का अंतिम संस्कार करना ही भूल गई. शव करीब हफ्तेभर तक डिफ्रीज में पड़ा रहा और आखिर में जब ध्यान आया तो शव का अंतिम संस्कार किया गया. बिहार पुलिस की इस लापरवाही की हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल, 21 दिसंबर को पुलिस को बगीचे में एक लावारिस लाश मिली थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया. जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को डिफ्रीज में रख दिया गया.
बिहार पुलिस की बड़ी लापरवाही
बता दें कि किसी भी शव के पोस्टमार्टम के बाद उसे 72 घंटे तक डिफ्रीज में रखा जाता है ताकि उसकी शिनाख्त की जा सके या उसकी पहचान कर लाश को घरवालों तक पहुंचाया जा सके, लेकिन शव की शिनाख्त नहीं की गई. लावारिस शवों का पुलिस के द्वारा अंतिम संस्कार कराया जाता है. वहीं, गलती से एक शव सदर अस्पताल के डिफ्रीज में ही करीब हफ्तेभर तक रखी रह गई और पुलिस भी इसका अंतिम संस्कार कराना भूल गई. अब इस खबर की चर्चा पूरे जिले में हो रही है.
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शव का 8 दिनों तक नहीं किया अंतिम संस्कार
घटना मंझौल थाने की बताई जा रही है. जैसे ही यह मामला मंझौल थाने के चौकीदार के सामने आया, उन्होंने इसकी शिकायत की. डीएस डॉ. संजय कुमार सिंह ने इसकी गंभीरता को समझते हुए 12 घंटे के अंदर शव को डिफ्रीज से हटाकर उसका अंतिम संस्कार करने का निर्देश दिया. शव की खबर लिखे जाने तक कोई शिनाख्त नहीं हो पाई है और अब पुलिस इसका अंतिम संस्कार करने जा रही है. 21 दिसंबर को शव मंझौल थाना क्षेत्र के राजपुर घाट के पास स्थित एक बगीचे में मिली थी.
बगीचे में मिली था लाश
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह सामने आया कि शख्स की हत्या सिर पर किसी भारी वस्तु से प्रहार करने की वजह से हुई है. वहीं, पुलिस को बगीचे में जब लाश मिली थी, उस समय शव के पास जिंदा कारतूस और देसी कट्टा रखा हुआ था. इस हत्या को आत्महत्या दिखाने की कोशिश की गई थी. फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.