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बिहार पुलिस ने 2.5 साल के बच्चे पर दर्ज किया मुकदमा, कोर्ट ने सुनाया ये फैसला

बिहार पुलिस की कार्यशैली पर अक्सर सवाल खड़े किए जाते हैं, पर पुलिस की छवि सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है. एक बार फिर कुछ ऐसा हुआ, जिसने बिहार पुलिस को फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है.

Updated on: 17 Mar 2023, 02:37 PM

highlights

  • 2.5 साल के बच्चे पर पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
  • कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
  • कहा- पुलिस के खिलाफ दर्ज हो मामला

 

Begusarai:

बिहार पुलिस की कार्यशैली पर अक्सर सवाल खड़े किए जाते हैं, पर पुलिस की छवि सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है. एक बार फिर कुछ ऐसा हुआ, जिसने बिहार पुलिस को फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. बेगूसराय पुलिस ने एक 2-2.5 साल के मासूम बच्चे पर मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में बच्चा आज 4 साल का हो चुका है. जब मासूम जमानत के लिए कोर्ट पहुंचा तो वहां मौजूद लोग हक्के बक्के रह गए. दरअसल, यह मामला साल 2021 का है, जिसमें ढाई साल बच्चे के मासूम पर तोड़फोड़ करने सहित सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज किया गया था.

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2.5 साल के बच्चे पर पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सूजा गांव में यह मामला तब प्रकाश में आया, जब पीड़ित परिजन बच्चे को बेल के लिए लेकर न्यायालय पहुंचे. इनफॉर्मेंट अपोजिशन अधिवक्ता देवव्रत पटेल ने बताया कि मामला कोरोना काल की है, जहां जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इन 8 लोगों में एक ढाई साल के बच्चे का भी नाम दर्ज किया गया.

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

वहीं, इस मामल में अधिवक्ता ने बताया कि बच्चे को देख सीजीएम ने बेल देने से इंकार कर दिया और आवेदन देकर बच्चे पर लगे आरोप से उसे बरी करने का निर्देश जारी किया है. साथ ही कोर्ट ने यह भी आदेश जारी किया कि ऐसे लापरवाह पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए बाल आयोग में शिकायत दी जाए. वहीं, इसको लेकर दूसरे अधिवक्ता पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं. बता दें कि साल 2021 में वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा संज्ञान में लेते हुए मोहल्ले में घेराबंदी लगा दिया गया था. जिसे कुछ असामाजिक तत्वों ने बैरिकेट को हटा दिया. इसी की शिकायत पर जिला प्रशासन के द्वारा आरोपियों पर मामला दर्ज कराया गया था.  

वहीं, इस मामले में बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया है कि मामला 2021 का है. मामले में जांच के उपरांत बच्चे का नाम हटा दिया गया था, जिसकी जानकारी परिजनों को दे दी गई है.