Pappu Yadav Targets PM: बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ''यहां आपको मुसलमानों, एससी, एसटी से इतनी नफरत है तो शेख हसीना से इतना प्यार क्यों है? मुझे लगता है कि सरकार ने हमारे लोगों को सुरक्षित रखने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए हैं. आपको पीएम मोदी से पूछना चाहिए कि उन्हें सिर्फ बांग्लादेश से इतना प्यार क्यों है?''
बांग्लादेश के बिगड़े हालात पर प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि पप्पू यादव ने एक दिन पहले बांग्लादेश में बिगड़े हालात पर बोलते हुए कहा था कि देश की सरकार को हिम्मत के साथ बांग्लादेश मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा, "भारत को दक्षिण एशिया के अभिभावक की तरह कूटनीतिक और सामरिक क्षमता दिखानी चाहिए.'' पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, ''बांग्लादेश में तख़्तापलट भारत का नुकसान है. देश की सरकार हिम्मत के साथ हस्तक्षेप करे और अपनी जिम्मेदारी समझे. सिर्फ वोट की राजनीति नहीं, दिल बड़ा कर दक्षिण एशिया के अभिभावक की तरह कूटनीतिक और सामरिक क्षमता दिखाए, जैसा इंदिरा गांधी ने 1971 में पूरी दुनिया को दिखाया था.''
शेख हसीना की भारत में शरण
वहीं बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पुराने मित्र देश भारत की शरण ली है. उनका विमान गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा. हसीना के एयरबेस पर उतरने के कुछ समय बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनसे मुलाकात की. जानकारी के मुताबिक, हसीना ब्रिटेन या फिनलैंड जाना चाहती हैं. भारत सरकार ने उन्हें सुरक्षित दूसरे देश भेजने के लिए राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयास भी किए. वहीं, बांग्लादेश में अभी भी सैकड़ों भारतीय फंसे हुए हैं. उन्हें भारत लाने की कोशिश जारी है.
सरकार से हस्तक्षेप की मांग
इसके अलावा आपको बता दें कि पप्पू यादव का मानना है कि बांग्लादेश में हालात गंभीर होते जा रहे हैं और भारत सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा, ''यह समय है जब भारत को अपनी कूटनीतिक ताकत दिखानी चाहिए और बांग्लादेश में फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकालना चाहिए. सरकार को शेख हसीना की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और यह संदेश देना चाहिए कि भारत अपने पड़ोसी देशों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है.'' पप्पू यादव के इन बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और बांग्लादेश संकट को हल करने के लिए क्या कदम उठाती है.