बिहार के वैशाली से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक घायल युवक की गुहार लगा रहा है कि, ''मुझे नहीं पता था कि बिहार पुलिस इतनी नॉनसेंस है. अब मुझे आंख के बदले आंख चाहिए. उस पुलिसवाले को नौकरी से हटाना चाहिए, जिसने मुझे बगैर गलती के डंडा मारा, जिसकी वजह से मेरी आंख फूट गई. ना पेपर मांगे, ना कोई पूछताछ की. ये क्या बात हुई की सीधे डंडा चला दिया. ये गलत है. '' ये बातें वैशाली के बहुआरा गांव में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस के डंडे से घायल सूरज कुमार ने एक मीडिया से बात करते हुए कही है. दरअसल, पीड़िता अपने भाई के साथ बाइक पर जा रहा था, जब डायल 112 की गाड़ी वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तो दोनों भाइयों ने भी गाड़ी रोक ली, इसके बावजूद एक पुलिसकर्मी ने लाठी चलाई जो सीधे सूरज की आंख में लगी.
जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि इस पूरे मामले में पीड़ित सूरज कुमार (26) ने बताया कि, ''सोमवार की दोपहर दोनों भाई बाइक से बहुआरा गांव जा रहे थे, तभी बिदूपुर थाना क्षेत्र के देवा चौक के पास डायल 112 की टीम वाहन की चेकिंग कर रही थी. बाइक को छोटा भाई धीरज कुमार (23) चला रहा था. उसने सूरज से कहा कि आगे पुलिस है, तो बड़े भाई ने बाइक साइड में रोकने को कहा, इस दौरान पुलिस अधिकारी ने बाइक को सड़क किनारे खड़ा करने को भी कहा. जब धीरज बाइक साइड करने लगा तो एक पुलिसकर्मी ने लाठी चला दी, जिससे पीछे बैठे सूरज की आंख में चोट लग गई और खून निकलने लगा. इसके बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल हो गया, तो डायल 112 की गाड़ी मौके से भाग गई.
बहन के घर जा रहा था घायल
साथ ही आपको बता दें कि इस घटना के बाद परिजनों ने घायल युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर में भर्ती कराया था, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद घायल युवक को पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. फिलहाल परिजन युवक को घर ले आए हैं. घायल युवक सूरज कुमार ने बताया कि, ''वह अपने छोटे भाई धीरज कुमार के साथ बाइक पर सवार होकर चक्रसिकंदर से अपनी बहन खुशबू के घर जा रहा था, तभी पुलिस ने बगैर कुछ पूछे, बगैर किसी गलती के मेरे पर डंडा चला दी.''
HIGHLIGHTS
- वैशाली में चेकिंग के दौरान पुलिस की बर्बरता
- अब युवक की गुहार मुझे आंख के बदले आंख चाहिए
- बोला- ना पूछताछ की-ना पेपर मांगे, बस डंडा चला दिया
Source : News State Bihar Jharkhand