logo-image

रेलवे की ओर से भगवान को नोटिस, 10 दिन में खाली करें मंदिर; कहा- नहीं माने तो कार्रवाई तय

झारखंड के धनबाद जिले में इन दिनों रेलवे का नोटिस काफी चर्चा में है. एक बार फिर रेलवे ने कुछ ऐसा किया है जो काफी चर्चा में है, दरअसल रेलवे ने भगवान को ही जमीन खाली करने का नोटिस दे रहा है.

Updated on: 17 Mar 2023, 06:27 PM

highlights

  • झारखंड में भगवान को नोटिस
  • 10 दिन में खाली करें मंदिर 
  • ग्रमीणों के आस्था पर लगी ठेस 

 

 

Dhanbad:

झारखंड के धनबाद जिले में इन दिनों रेलवे का नोटिस काफी चर्चा में है. एक बार फिर रेलवे ने कुछ ऐसा किया है जो काफी चर्चा में है, दरअसल रेलवे ने भगवान को ही जमीन खाली करने का नोटिस दे रहा है. पूर्व रेलवे मंडल आसनसोल जोन की ओर से सीनियर सेक्शन इंजीनियर कारी सीतारामपुर ने अगैरकुंड प्रखंड अंतर्गत मेधा पंचायत व शिवलीबाड़ी पूर्वी पंचायत के ग्रामीणों को रेलवे की जमीन खाली करने के संबंध में नोटिस दिया. उसने कई घरों में नोटिस भी चिपका दिए. आसनसोल मंडल के रेल अभियंता यहीं नहीं रुके, उन्होंने उस स्थान पर स्थित काली मंदिर में रेलवे की जमीन खाली करने का नोटिस चिपका कर दिया. अब भगवान को ही रेल का जमीन खाली करने का नोटिस थमाने का काम किया गया. नोटिस में साफ-साफ लिखा हुआ है कि, ''फ्रंट कोरिडोर कार्य के लिए आगामी 23 मार्च तक अपना मकान खाली कर दें वरना रेलवे सख्ती से पालन करेगी.'' नोटिस देने आए टीम पर ग्रामीणों से तीखी नोकझोंक भी हुई है. लोगों ने नोटिस का विरोध  भी किया. सबसे दिलचस्प बात यह है कि रेलवे अधिकारी द्वारा भगवान को नोटिस भी दिया जा चुका है। नया नगर में स्थापित काली मंदिर पर भी नोटिस चिपका दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में काफी रोष है.

यह भी पढ़ें: सीतामढ़ी: आर्केस्ट्रा की आड़ में चल रहा था जिस्म का धंधा, कस्टमर बनकर गए पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़

आपको बता दें कि इन सभी मुद्दों पर ग्रामीणों का कहना है कि, ''रेलवे को पहले विस्थापितों का पुनर्वास करना चाहिए, फिर हम सबको उजाड़ देना चाहिए, माननीय सर्वोच्च न्यायालय का हवाला देते हुए कि हम पहले उनका पुनर्वास कहां करें, उसके बाद हमारे सभी घरों को उजाड़ दें, आबादी कहां जाएगी, इसके लिए ग्रामीण लड़ने को तैयार हैं.'' अब लोगों में दहशत का माहौल है. इस मुद्दे को लेकर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने रेलवे मुख्यालय कोलकाता में अधिकारियों से बातचीत की है और निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने भी इस मामले को विधानसभा में प्रमुखता से उठाया है. इस संबंध में वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी शिवकुमार ने बताया कि पूर्व में रेलवे बोर्ड ने यहां के लोगों को नोटिस जारी कर रेल प्लॉट खाली करने की भी बात कही थी और आज फिर से विभाग ने रेलवे में बसे लोगों को पुणे नोटिस जारी किया है. समय रहते ही वह अपना मकान खाली कर दें.