Bihar News: भोजपुर में शादी से पहले दूल्हे ने लगाई फांसी, पूरे गांव में शोक की लहर

Bihar News: आरा में शादी से पहले दूल्हे ने फांसी लगाकर की आत्महत्या कर ली. मेहंदी रचे हाथों ने थामा मौत का फंदा. शादी के दिन दूल्हे की आत्महत्या से गांव में छाया मातम

author-image
Mohit Saxena
New Update
Crime News

Crime News (Social media )

शादी की शहनाइयों के बीच एक दर्दनाक खबर ने पूरे भोजपुर जिले को झकझोर कर रख दिया. जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटकी सनदिया गांव में उस वक्त कोहराम मच गया जब एक दूल्हे ने अपनी शादी के दिन आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस दिल दहला देने वाली घटना ने जहां एक खुशहाल विवाह को चंद पलों में मातम में तब्दील कर दिया, वहीं पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.

Advertisment

मृतक की पहचान संजीत कुमार यादव (30 वर्ष) के रूप में हुई है जो कि छोटकी सनदिया गांव निवासी स्वर्गीय भुनेश्वर यादव का पुत्र था. संजीत की बारात आज ही बिहिया थाना क्षेत्र अंतर्गत फिनगी गांव जाने वाली थी जहां उसकी शादी पूजा कुमारी से तय थी. घर में शादी की पूरी तैयारियां चल रही थीं. रिश्तेदार सज-धजकर तैयार हो रहे थे, महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं, और दूल्हे के हाथ-पैरों में परिजनों द्वारा मेहंदी रचाई जा चुकी थी. लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना घटी जिसने सबको स्तब्ध कर दिया.

परिजनों के अनुसार, संजीत सुबह अचानक घर से यह कहकर निकला कि वह थोड़ी देर में लौटेगा. लेकिन जब काफी देर तक वह वापस नहीं आया तो परिजनों को चिंता हुई. इसी बीच गांव के बाहर स्थित एक बगीचे में कुछ लोगों ने आम के पेड़ से एक युवक को लटका देखा. जब लोग पास गए तो देखा कि वह संजीत है. परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे और उसे फंदे से उतारकर सदर अस्पताल ले गए जहां इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.

भीड़ मृतक के घर पर जमा हो गई

घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ अस्पताल और मृतक के घर पर जमा हो गई. जहां कुछ देर पहले बारात की तैयारी चल रही थी वहां अब केवल चीख-पुकार और मातमी सन्नाटा रह गया. हर कोई यह समझने की कोशिश कर रहा है कि आखिर संजीत ने यह खौफनाक कदम क्यों उठाया ?

मौत की वजह अब तक रहस्य बनी

मौत की वजह अब तक रहस्य बनी हुई है. परिजनों का कहना है कि संजीत पूरी तरह स्वस्थ और मानसिक रूप से भी सामान्य था. शादी को लेकर भी वह उत्साहित लग रहा था. न ही किसी तरह की पारिवारिक कलह या तनाव की जानकारी सामने आई है. हालांकि कुछ ग्रामीण यह भी चर्चा कर रहे हैं कि हो सकता है कि वह किसी मानसिक दबाव में था, जिसकी झलक कभी उसने किसी से साझा नहीं की.

इस घटना ने गांव ही नहीं, पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है. एक ऐसा दिन जो प्रेम और मिलन का प्रतीक माना जाता है वह अब पीड़ा और विछोह की मिसाल बन गया है. शादी का मंडप सूना पड़ा है, दूल्हे की सेज अब चिता में बदल गई है. पूजा कुमारी और उनके परिवार की भी हालत बेहद दयनीय है. उन्होंने भी ऐसी त्रासदी की कल्पना नहीं की थी.

Bihar crime Bihar
      
Advertisment