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बिहार : कार्यक्रम में लाइटिंग का दुष्प्रभाव, लोगों ने की आंखों में जलन, धुधंलेपन की शिकायत

कार्यक्रम में शामिल हुए करीब 200 लोगों ने आंख की रोशनी प्रभावित होने तथा जलन होने की शिकायत की.

Updated on: 05 Sep 2019, 05:48 PM

नई दिल्ली:

बिहार के गया जिले के टेकारी क्षेत्र के एक गांव में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेना कई लोगों को महंगा पड़ गया. कार्यक्रम में शामिल हुए करीब 200 लोगों ने आंख की रोशनी प्रभावित होने तथा जलन होने की शिकायत की. माना जा रहा है कि वहां लगाए गए हैलोजन बल्बों के कारण ऐसा हुआ है. इस बीच, गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

गया जिले के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि बुधवार की रात रानीगंज गांव में शिक्षविद शीतल प्रसाद की पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें बिहार के मंत्री संतोष कुमार निराला और स्थनीय विधायक अभय कुशवाहा समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.

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समारोह में लागाई गई लाइट की रोशनी से कई लोगों ने आंखों में जलन होने की शिकायत की.शिकायत के बाद रात करीब साढ़े 11 बजे लाइट बंद करवा दी गई.गुरुवार की सुबह सोकर उठे रानीगंज के लोगों ने आंखों में परेशानी की शिकायत की.कई लोग दर्द व जलन से रोने लगे. जिसके बाद काफी संख्या में लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिला प्रशासन को घटना की सूचना मिलने के बाद नेत्र चिकित्सकों की एक टीम गांव भेजी गई.

गया से भेजे गए नेत्र विशेषज्ञ चंद्रशेखर प्रसाद ने बताया कि लाइटिंग की रेडिएशन की वजह से ये घटना हुई है. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा पीड़ितों का इलाज चल रहा है.कुछ लोगों की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है.

चिकित्सकों के मुताबिक आंखों को पूरी तरह ठीक होने में दो या तीन दिन का समय लग सकता है.तेज लाइटिंग की वजह से आंखों में समस्या आती है.इससे आंखों की रोशनी प्रभावित होती है तथा आंसू बहने लगते हैं.

इधर, गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं.उन्होंने कहा है कि चिकित्सकों की एक टीम गांव भेजी गई है.चिकित्सकों की रिपोर्ट के आधार पर किसी तरह की करवाई होगी. उन्होंने कहा कि पीड़ित सभी लोगों की आंखों में सुधार हो रहा है.