Advertisment

''मुझे जलाते समय मेरे बाल मत काटना'', मृतक के अंतिम शब्दों ने कर दिया सभी को भावुक

बिहार के मोतिहारी के पूर्वी चंपारण जिले के छतौनी थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली. मृतक युवक नवनीत रंजन एक आवासीय होटल के मालिक भी थे और हाल ही में रोटरी लेक टाउन का अध्यक्ष बने थे.

author-image
Ritu Sharma
एडिट
New Update
Motihari Bihar News Today 23

मृतक के अंतिम शब्द( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

Advertisment

बिहार के मोतिहारी से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आप भी अपने आंसू नहीं रोक पाएंगे. ददरअसल, पूर्वी चंपारण जिले के छतौनी थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली. मृतक युवक नवनीत रंजन एक आवासीय होटल के मालिक भी थे और हाल ही में रोटरी लेक टाउन का अध्यक्ष बने थे. घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. साथ ही घटनास्थल की छानबीन की थी, जिसके बाद पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था. सोमवार को जब परिवार के लोग उनके कमरे की सफाई कर रहे थे तो उन्हें मृतक युवक के बिस्तर के नीचे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसके बाद उन्होंने उस नोट को पुलिस को सौंप दिया. बता दें कि 35 साल के नवनीत की आत्महत्या के 24 घंटे बाद नवनीत का सुसाइड नोट उनके परिवार वालों को मिला था, जबकि पुलिस पहले ही सारी जांच कर चुकी थी. 

मृतक के आखिरी शब्द

''भइया हम जा रहे हैं, हार गए हैं, हर चीज से थक गए हैं. नहीं हो रहा है अब कुछ भी हमसे. किसी के लिए कुछ भी नहीं कर पाए. तुम हर बार भरोसा दिखाते रहे फिर भी संभाल नहीं पाए. हम खुद बहुत कुछ झेल लिए हैं. बीते कुछ सालों में इतना कि, अब जीने की बिल्कुल आस और चाहत नहीं बची है. पिछले कुछ महीनों से बहुत कोशिश कर रहे थे खुद को रोकने का इसलिए सब से भाग रहे थे. अब भाग भी नहीं पा रहे हैं. मेरे पास अब जीने की ख़्वाहिश और चाहत ही नहीं बची और जिएं भी तो किसके लिए...''

बता दें कि, मरने से पहले नवनीत ने ये नोट बड़े ही भावुक तरीके से लिखा है. मृतक ने अपने आखिरी सब्द में कहा है कि, ''मेरे शव को जलाने के दौरान उसके बाल को न काटा जाए और न ही कोई तेरहवीं या भोज करने की जरूरत है. यहां तक कि नवनीत ने अपनी आत्महत्या के लिए भी खुद को ही जिम्मेदार ठहराया है.''

publive-image

ये है पूरा मामला 

इस घटना के बाद मिली जानकारी के मुताबिक, नवनीत रंजन अपनी बूढ़ी मां के साथ अकेले रहते थे. इसके साथ ही वह भवानीपुर जिरात स्थित अपना आवासीय आदर्श होटल भी चलाता था. होटल से वह रात करीब 11.30 बजे अपने घर चले गये, जो उनके होटल के पास ही है. सुबह जब उसकी मां उठी तो देखा कि नवनीत सो रहा है. घर का काम करने और खाना बनाने के बाद जब नवनीत की मां उसे जगाने गई तो वह पंखे से लटकता हुआ मिला. उसका शरीर निस्तेज था, जिसके बाद उसकी मां ने शोर मचाया और आस-पास के लोगों को बुलाया. स्थानीय लोग आए और मृतक के शव को नीचे उतारे. साथ ही इस घटना को लेकर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना के बाद मृतक की मां इंदू देवी ने बताया कि, ''नवनीत रात होटल से आया और सो गया. सुबह में उसके कमरे में गई, तो वह सोया हुआ था. दस बजे के करीब नास्ता के लिए बुलाने गई, तो वह पंखा से लटका हुआ था और उसका जीभ बाहर था. वह बहुत भोला था. उसको किसी से कोई विवाद नहीं था.'' 

इसके साथ ही छतौनी थानाध्यक्ष कंचन भास्कर ने बताया कि, ''भवानीपुर जिरात स्थित आदर्श होटल के मालिक की उसके कमरे में फंदे से लटका हुआ शव होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद हमारी टीम मौके पर पहुंची, तो उसका शव नीचे उतारकर बिस्तर पर रखा हुआ था. अब इस घटना की जांच की जा रही है.''

मृतक के सुसाइड नोट में लिखा अगला हिस्सा...

''भइया कई बार सोचे कि कॉल करें तुम्हें बताएं रोएं पर नहीं कर पाए. मम्मी और उज्जवल को संभालना. मेरी वजह से उज्जवल की शादी मत रोकना, मम्मी को अपने पास बुला लेना. मेरी कमी इतनी नहीं रहेगी कि उनको कोई दिक्कत हो. हम तो पहले से ही उनके नाकारा बेटे थे. चले भी अगर गए तो क्या फर्क पड़ेगा. सबको संभालना भइया अब तुमको ही है. 

भइया माफ कर देना, हम सब कुछ खराब कर दिए. तुम कहते हो न इतने लोग हैं तुम्हारे पास, पर ऐसा नहीं है। भइया बहुत अकेले हैं. कभी कुछ भी किसी से शेयर ही नहीं कर पाए आज तक. तुम लोग से नहीं कर पाए तो बाकी किससे करते ? खैर कुछ आखिरी ख्वाहिश है, पूरी कर देना मेरे जाने के बाद.

उज्जवल की शादी मत रोकना, जल्दी आना, सिर्फ गुलाब और बेली से सजा के भेजना. जलाते वक्त बाल नहीं हटाना मेरा और ये मत समझना कि किसी वजह से हम ऐसा किए. हम जो भी किए उसके जिम्मेदार सिर्फ हम हैं और कोई भी नहीं. अपनी इस खुशी का क्रेडिट हम किसी को नहीं दे सकते.

ठीक है भइया, खबर मिलते जल्दी आना, और कोई तेरहवीं या भोज करने का जरूरत नहीं है. सबका ख्याल रखना और अपना भी ध्यान रखना. तुम लोग को बहुत मिस कर रहे हैं.''

''नवनीत'' 

Source : News State Bihar Jharkhand

Motihari Motihari Police Motihari News Motihari Crime News bihar-latest-news-in-hindi Crime news Bihar crime Bihar News
Advertisment
Advertisment
Advertisment