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पितृ पक्ष मेले को लेकर एक्शन मूड में आए गया डीएम, आधी रात को लिया व्यवस्था का जायजा

बिहार के गया से सभी को हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां 28 सितंबर से गया में पितृ पक्ष मेला शुरू हो जाएगा, इसे देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं.

Updated on: 14 Sep 2023, 06:57 PM

highlights

  • पितृपक्ष मेला को लेकर एक्शन में गया डीएम
  • आधी रात व्यवस्था का लिया जायजा
  • डार्क स्पॉट पर अतिरिक्त लाइट लगवाने का दिया निर्देश

Gaya:

बिहार के गया से सभी को हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां 28 सितंबर से गया में पितृ पक्ष मेला शुरू हो जाएगा, इसे देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं. बता दें कि पितृ पक्ष के दौरान लाखों लोग अपने पूर्वजों की मुक्ति के लिए पूजा-अर्चना करने गया आते हैं. विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में कोई अंधेरा/काला धब्बा नहीं दिखना चाहिए, इसको लेकर गया डीएम डॉ० त्यागराजन एसएम ने मध्य रात्रि ( रात्रि 9 बजे से रात्रि 12 बजे तक) को मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों, विभिन्न पार्किंग स्थलों, विभिन्न सड़को का घूम घूम कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था का निरीक्षण किया. वहीं मेला क्षेत्र/प्रमुख मार्ग आदि में जहां भी अंधेरा स्थान मिला, वहां रुककर अधिकारियों को निर्देशित करते रहे. साथ ही उन्होंने कहा कि, ''वैसे भी 18 सितंबर तक डेडलाइन तय है, उससे पहले जहां भी लाइट की कमी है, वहां अतिरिक्त लाइट लगायी जाये. इस वर्ष यात्रियों की सुविधा को देखते हुए सीता पथ पर 80 की संख्या में पोल ​​सहित लाइट एवं 01 हाईमास्ट लाइट लगाया जा रहा है.''

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इसके अलावा आपको बता दें कि इस पितृ पक्ष मेला से पहले 20 स्थानों पर हाई मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी, जिसमें मुख्य रूप से विष्णुपद, अक्षयवट, शमीर तकिया, खटकाचक, नैली मोड़ आदि स्थान शामिल हैं. इसके अलावा 480 स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही हैं और 3000 स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की जा रही है. वहीं सीता कुंड से सीता पथ और चांद चौराहा से विष्णुपद मंदिर तक सजावटी रोशनी से पूरे मेला क्षेत्र को आकर्षक रूप दिया जाएगा. साथ ही इस वर्ष मेला क्षेत्र में विभिन्न विद्युत खंभों पर लगभग 12000 रोप लाइट (खंभों पर रंगीन घेरे) लगाये जायेंगे.

इसके साथ ही आपको बता दें कि सबसे पहले डीएम ने विष्णुपद मंदिर पहुंचकर लाइटिंग का जायजा लिया और निर्देश दिया कि बिजली के पोल पर पूर्व से पर्याप्त लाइटें लगाई जाएं. इसके बाद मंदिर से देवघाट तक के रास्ते में रोशनी कम दिखी. बांध से श्मशान घाट होते हुए लखनपुरा रोड और वापस मंदिर के प्रवेश द्वार तक कई लाइटें कम दिखीं, जिस पर डीएम ने चार दिन के अंदर लाइटें लगवाने को कहा. साथ ही मानपुर पूल के नये व पुराने पुल पर लाइटिंग की पूरी व्यवस्था करने को कहा. इसके बाद वह चांद चौरा मोड़ पर करीब आधे घंटे तक रुके और घूम-घूमकर खराब पड़ी लाइटों का निरीक्षण किया. कार्यकारी एजेंसी एस्सेल को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि, ''बंद पड़े सभी लाइटों को हर हाल में चालू करें. चांद चौरा से मंगलागौरी रोड और रामसागर तक सड़क के निरीक्षण के दौरान बड़े-बड़े काले धब्बे पाए जाने पर डीएम ने नाराजगी जताई. उन्होंने कार्यकारी एजेंसी को पर्याप्त संख्या में टीम बनाकर जोनों में बांटने और जिम्मेदारी से लाइटों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया.''