logo-image

दिवाली खत्म होते ही छठ महापर्व की तैयारी शुरू, पटना डीएम ने किया घाटों का निरीक्षण

दिवाली का त्योहार अब खत्म होने के बाद लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियां तेज हो गई हैं. पटना के सभी घाटों पर साफ-सफाई का काम काफी तेजी से चल रहा है. वहीं जिला प्रशासन की टीम छठ घाटों पर लगातार निगरानी कर रही है.

Updated on: 13 Nov 2023, 05:27 PM

highlights

  • दिवाली खत्म होते ही छठ महापर्व पर्व की तैयारी शुरू
  • पटना डीएम ने किया घाटों का निरीक्षण
  • छठ पूजा में आलता पत्र का है खास महत्व

 

 

Patna:

Chhath Puja 2023: दिवाली का त्योहार अब खत्म होने के बाद लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियां तेज हो गई हैं. पटना के सभी घाटों पर साफ-सफाई का काम काफी तेजी से चल रहा है. वहीं जिला प्रशासन की टीम छठ घाटों पर लगातार निगरानी कर रही है. पटना डीए चन्द्रशेखर सिंह ने सोमवार को गायघाट से दीदारगंज तक घाटों का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिये. बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा छठ पर्व की तैयारियों पर पटना डीएम चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि, ''हर साल की तुलना में इस साल छठ की तैयारी बेहतर तरीके से की जा रही है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष गंगा का जल स्तर करीब तीन मीटर कम है, जिसके कारण संपर्क मार्ग सूखे हैं और घाटों पर पानी की अच्छी निकासी हो गयी है. वहीं कुल मिलाकर घाटों की तैयारी अच्छी है और छठ की तैयारियों पर जिला प्रशासन की ओर से लगातार नजर रखी जा रही है.''

यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2023: जानें छठ पूजा में आलता पत्र का है खास महत्व? बिहार में यहां होता है तैयार

साथ ही इसको लेकर उन्होंने बताया कि, ''घाटों का निर्माण किया जा रहा है. वहीं सभी घाटों पर बैरिकेडिंग की जा रही है, वॉच टावर के साथ-साथ लाइटिंग की भी व्यवस्था की जा रही है. नियंत्रण कक्ष, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था और मेडिकल कैंप के लिए स्थल निर्धारित किया गया है चूंकि कई छठ व्रती रात में घाटों पर रुकते हैं, इसलिए बड़े घाटों पर शेड का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा सभी घाटों पर अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी और निगरानी के लिए सभी घाटों पर सीसीटीवी भी लगाये जा रहे हैं.''

वहीं इसको लेकर डीएम ने बताया कि, ''फिलहाल चार घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट समेत दो और घाटों को खतरनाक माना गया है. साथ ही पटना शहरी क्षेत्र में कुल 108 घाट हैं, जहां तैयारी चल रही है, जिसमें 100 घाट ऐसे हैं जहां छठ मनाया जा सकता है, बाकी 8 घाटों पर नजर रखी जा रही है, उन पर रोक लगायी जायेगी. साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी छठ व्रती और घाट पर पहुंचने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो.''