बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया जारी है. महज 15 दिनों में 4.53 करोड़ से अधिक एन्यूमरेशन फॉर्म एकत्र किए जा चुके हैं, जो कि राज्य के कुल पंजीकृत 7.90 करोड़ मतदाताओं का 57.48% है. आयोग के मुताबिक यह सफलता प्रदेशभर में तैनात चुनाव कर्मियों, वालंटियर्स और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.56 लाख बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) की सक्रिय भूमिका का परिणाम है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा:
शुद्ध मतदाता सूची लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए अनिवार्य हैं
अब तक का आँकड़ा:
24 जून 2025 से शुरू हुए इस विशेष अभियान में अब तक 7.90 करोड़ फॉर्म छापे जा चुके हैं.
इनमें से 7.71 करोड़ (98%) फॉर्म पहले ही मतदाताओं को वितरित किए जा चुके हैं.
बीते 24 घंटों में ही रिकॉर्ड 83.12 लाख फॉर्म जमा हुए — यानि सिर्फ एक दिन में 10.52% प्रगति.
अभी अभियान के 16 दिन शेष हैं और लगभग 42.5% फॉर्म एकत्र किए जाने बाकी हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि निर्धारित समय सीमा से पहले ही प्रक्रिया पूरी हो सकती है.
प्रवासी मतदाताओं को भी मिली सुविधा:
SIR दिशा-निर्देशों के पैरा 3(d) के अनुसार जो मतदाता अस्थायी रूप से दूसरे जगहों पर हैं, वे https://voters.eci.gov.in से पूर्व-भरे हुए फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं. ये फॉर्म परिवारजनों के हाथों, या WhatsApp जैसे ऑनलाइन माध्यमों से बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) तक भेजा जा सकता है. अंतिम तारीख 25 जुलाई 2025 तय की गई है.
सशक्त जनतंत्र के लिए शुद्ध मतदाता सूची अनिवार्य है
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में चल रहे SIR अभियान के तहत बिहार के मतदाताओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी से अब तक 57 % से भी अधिक फॉर्म सफलतापूर्वक जमा किए जा चुके हैं. भारत निर्वाचन आयोग हमेशा से मतदाताओं के साथ खड़ा था, खड़ा है और खड़ा रहेगा",