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बिहार बना डेंगू का हॉट स्पॉट, जल्द जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय

जैसे-जैसे त्योहारों का मौसम चल रहा है वैसे-वैसे बिहार राज्य में डेंगू का कहर भी जारी है. पटना समेत राज्य के कई शहरों में मरीजों की संख्या का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. इस साल डेंगू से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 13 हजार 500 के करीब पहुंच गई है.

Updated on: 25 Oct 2023, 02:13 PM

highlights

  • बिहार बना डेंगू का हॉट स्पॉट
  • जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
  • एक दिन में मिले 333 से ज्यादा नए केस

 

 

 

 

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Dengue In Bihar: जैसे-जैसे त्योहारों का मौसम चल रहा है वैसे-वैसे बिहार राज्य में डेंगू का कहर भी जारी है. पटना समेत राज्य के कई शहरों में मरीजों की संख्या का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. इस साल डेंगू से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 13 हजार 500 के करीब पहुंच गई है. महज 24 घंटे में सबसे ज्यादा 155 मामले पटना में मिले हैं. बता दें कि इसके बाद सबसे ज्यादा डेंगू के मामले भागलपुर, नालंदा और सीवान में मिले हैं. बरसात के मौसम में डेंगू फैलने की संभावना अधिक होती है. बरसात का मौसम खत्म होने के बाद भी डेंगू के मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई है. डेंगू के करीब 50 फीसदी मामले अक्टूबर महीने में ही आए हैं.

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डेंगू की भयावह स्थिति को देखते हुए नगर निगम युद्ध स्तर पर फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव कराने का दावा कर रहा है. निगम प्रबंधन का कहना है कि जिन घरों में डेंगू के मामले हैं, वहां खास तौर पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है. बता दें कि डेंगू को लेकर राजधानी पटना में राज्य डेंगू नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो मरीजों की मदद के लिए 24 घंटे उपलब्ध है. डेंगू कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर ''0612-2951964'' स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया है. साथ ही यहां एक कॉल पर लोग अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों और ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. डेंगू के बढ़ते मामलों पर पटना के वरिष्ठ डॉक्टर वेद प्रकाश का कहना है कि, सर्दी की शुरुआत के साथ ही डेंगू के मामलों में कमी आने की संभावना है. लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि राज्य में डेंगू व्यापक रूप से फैल चुका है.

आपको बता दें कि इसको लेकर आईजीआईएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि, ''तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, भूख की कमी, उल्टी, डायरिया, आंखों में दर्द, थकान, सुस्ती, घुटने का दर्द, शरीर में लाल धब्बे, नाक से खून ये सब डेंगू के लक्षण हैं. अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपना प्लेटलेट काउंट चेक कराएं. 

वहीं डॉ. वेद प्रकाश के मुताबिक, डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रह सकते हैं. डेंगू से बचाव का सबसे सरल उपाय सावधानी है. उन्होंने यह भी बताया कि डेंगू के मच्छर दिन के समय काटते हैं, इसलिए मच्छरों से अपना बचाव करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और अपने शरीर को कहीं भी खुला न छोड़ें. घर के अंदर या आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें. कूलर, गमले, टायर आदि में जमा पानी तुरंत निकाल दें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. पानी की टंकियों को ढककर रखें ताकि उनमें मच्छर न पनप सकें. बता दें कि पानी के कंटेनरों को खाली कर दें और जिन जगहों पर पानी जमा होने की आशंका हो वहां कीटनाशकों का इस्तेमाल करें. इन उपायों को अपनाकर डेंगू के डंक से बचा जा सकता है.