कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए एहतियाती कदम के बाद बिहार सरकार ने बिना राशन कार्डधारकों को भी 1000 रुपये देने की घोषणा को लेकर अब जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) ने अब सवाल उठाया है. जविपा ने सरकार से पूछा है कि आखिर यह आर्थिक मदद कब मिलेगी.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार सिर्फ घोषणा कर रही है, जबकि अभी काम करने की जरूरत है. जविपा के अध्यक्ष अनिल कुमार ने सोमवार को बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूर और राशन कार्डधारियों को 1000 रुपये की मदद देने के लिए बधाई की पात्र है. उन्होंने कहा कि सरकार ने बिना राशनकार्ड धारी को 1000 रुपये देने की हिम्मत जुटाई है, लेकिन वह पैसा उन्हें कैसे और कब तक मिलेंगे, यह भी सरकार को बताना चाहिए.
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उन्होंने हालांकि कटाक्ष करते हुए यह भी कहा, "वैसे एक परिवार के लिए आज के समय मे 1000 से कुछ भी नहीं होता. लेकिन बिहार सरकार को सिर्फ घोषणा नहीं काम भी करने की जरूरत है."
उन्होंने भाजपा विधायक द्वारा अपने बच्चों को कोटा से वापस लाने की चर्चा करते हुए कहा कि इससे सरकार और प्रशासन के बीच की संवादहीनता दिखती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं लॉकडाउन में जो जहां है, वही रहें, की बात कही है लेकिन एक अनुमंडल पदाधिकारी ने विधायक के बच्चों को वापस लाने का फैसला कैसे कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी पर हमें भरोसा है, लेकिन वे ऐसे लोगों से घिरे हैं, जो सिर्फ उनका माइंडवाश करते हैं.
Source : IANS