लॉकडाउन को मई के अंत तक बढ़ाने के पक्ष में बिहार सरकार, नीतीश ने पीएम मोदी से की मांग

कोरोना वायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिल सकता है.

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Dalchand Kumar
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लॉकडाउन को मई अंत से बढ़ाने के पक्ष में बिहार सरकार, नीतीश ने की मांग( Photo Credit : फाइल फोटो)

कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिल सकता है. बंद के इस चौथे चरण (लॉकडाउन-4) में यात्री रेल सेवा और घरेलू यात्री उड़ानों को क्रमिक रूप से शुरू किये जाने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को अपने यहां हॉटस्पॉट को परिभाषित करने का अधिकार दिया जाएगा. कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए तीन चरणों में लागू 54 दिवसीय लॉकडाउन (Lockdown) 17 मई को समाप्त होने जा रहा है. हालांकि कोरोना वायरस के गैर-निषिद्ध जोन में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के मद्देनजर राज्य सरकारें लॉकडाउन के चौथे चरण में पाबंदियों में अधिक ढील दिए जाने के पक्ष में हैं.

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बिहार सरकार ने भी केंद्र से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन मई अंत तक बढ़ाने की अपील की है. साथ ही श्रमिक विशेष और सामान्य यात्री विमान सेवाओं के अलावा इस दौरान सभी रेल और हवाई सेवाओं को निलंबित रखने की भी अपील की है. राज्य सरकार ने कहा कि उपरोक्त प्रतिबंध माह अंत तक जारी रहें ताकि राज्य में लौट रहे प्रवासियों से निपटने का समय मिल जाए. सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार के अधिकतर सुझाव प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उठाए मुद्दों के अनुरूप है.

सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने और मौजूदा स्थिति को देखते हुए श्रमिक विशेष तथा सामान्य यात्री ट्रेनों के अलावा सभी ट्रेन सेवाएं निलंबित रखने की मांग की है. राज्य सरकार ने कहा कि वह गंभीरता से लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं और आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे. उपरोक्त प्रतिबंध माह अंत तक जारी रहें ताकि राज्य में लौट रहे प्रवासियों से निपटने का समय मिल जाए. उधर, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बिहार में चार मई से करीब ढाई लाख लोग आए हैं, जिनमें से करीब 358 प्रवासी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं. बिहार में कोविड-19 के अभी तक 1,012 मामले हैं और सात लोगों की इससे जान जा चुकी है.

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गौरतलब है कि लॉकडाउन-4 में पहले के चरणों की अपेक्षा लोगों को ज्यादा छूट मिलेगी और इस दौरान ग्रीन जोन को पूरी तरह खोला जा सकता है. ऑरेंज जोन में बेहद कम बंदिश हो सकती हैं, जबकि रेड जोन के निषिद्ध क्षेत्रों में ही सख्त पाबंदियां होंगी. जमीनी स्थिति के आधार पर किसी खास जगह लोगों की आवाजाही और आर्थिक गतिविधियों पर पाबंदी या उन्हें शुरू करने की मंजूरी दी जा सकती है. रेलवे और घरेलू उड़ानों के क्रमिक और आवश्यकता आधारित संचालन को अगले हफ्ते से मंजूरी मिलने की संभावना है लेकिन दोनों ही सेक्टरों के पूरी तरह खुलने की संभावना अभी तत्काल नहीं है.

देश में कहीं भी स्कूल, कॉलेज, मॉल और सिनेमा घरों को खोलने की संभावना बेहद कम है, लेकिन कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर रेड जोन में सैलून, नाई की दुकानें और चश्मों की दुकानों को खोलने की मंजूरी दी जा सकती है. हालांकि, अंतिम दिशानिर्देश राज्य सरकारों से मिले परामर्श का अध्ययन करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय जारी करेगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को पहली बार 21 दिन के लिए बंद की घोषणा की थी. इसके बाद इसे तीन मई तक और फिर 17 मई तक बढ़ा दिया गया था.

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