मुजफ्फरपुर के बूढ़ी गंडक में जलस्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा हैं. उसके चपेट में आने से चार प्रखंड के 18 पंचायत प्रभावित है. कांटी प्रखंड के कोलुहा पैगम्बरपुर रेलवे लाईन एवं एनएच77 (NH77) के बीच में बसी सैकड़ों बस्तियों में बूढ़ी गंडक का पानी प्रवेश कर गया हैं. इसके कारण लोगों को जिला प्रशासन ने एनएच 77 के डिवाइडर पर बसाया हैं. तकरीबन तीन सौ से अधिक परिवार NH77 पर शरण लिए हुए हैं. किसी प्रकार का कोई हादसा ना हो उसके लिए मीनापुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षकों ने अनोखी पहल की है.
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शिविर में रह रहे बच्चों को सड़क हादसा से बचने के लिए NH77 पर ही छात्रों को पढ़ना शुरू कर दिया है. दिन भर छात्र छत्राएँ पढ़ाई करे इसके लिए बच्चों को स्कूल एवं बीआरपी (प्रखण्ड साधन सेवी) की ओर से चॉकलेट बिस्कुट, कॉपी कलम दे कर पढ़ाया जा रहा हैं.
आप वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे एक तरफ से 60-70 के स्पीड में वाहन चल रहे हैं और दूसरी साइड शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं।. कांटी बीआरपी देवानंद ने बताया की पूरे बिहार भर में ये पहला जिला हैं जहां बाढ़ पीड़ित बच्चों को शिविर में पढ़ाया जा रहा हैं.
Source : Aslam Akhtar