पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है और इसके साथ ही गठबंधनों में घमासान चरम पर है. एनडीए में सीट बंटवारा हो गया है. वहीं महागठबंधन में अभी भी मनमुटाव जारी है.
बिहार चुनाव में उम्मीदवारों को टिकट मिलने का टाइम आ गया है. पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है और इसके साथ ही गठबंधनों में घमासान चरम पर पहुंच गया है. एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है लेकिन इसके साथ ही मनमुटाव भी सामने आ रहे हैं. हालांकि ऑल इज वेल कहा जा रहा है. दूसरी तरफ महागठबंधन है जिसमें सीट बंटवारे पर ही पेच फंस गया है. हमारे आज के सवाल हैं पहला सवाल किसको कौन सी सीट मिलेगी, इसको लेकर क्या एनडीए में मतभेद हैं? हमारा दूसरा सवाल महागठबंधन में अब तक सीटों का बंटवारा क्यों नहीं हो पाया? कहां मामला फंसा है? और हमारा तीसरा सवाल और सबसे अहम तेजस्वी को सीएम फेस बनाने पर महागठबंधन पर फूट है. यह ऐसे सवाल हैं जो इस चर्चा में हम शामिल करेंगे.
एनडीए में सबकुछ ठीक है
न्यूज नेशन की खास बहस में पैनल में भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी से पूछा गया कि अगर एनडीए में सबकुछ ठीक है तो एक ही तरह के ट्वीट क्यों सबसे अलग-अलग डलवाए जा रहे हैं? अगर सब कुछ ठीक-ठाक है. इस पर जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, क्योंकि सब एनडीए है और जब सब में समानता होती है तो सब एक स्वर में बात करते हैं. तेजस्वी यादव बेचारे राहुल गांधी के पूरे महीने ड्राइवर बने फिरे. परंतु जब दिल्ली के अंदर राहुल गांधी के साथ सीट शेयरिंग करने आए तो राहुल गांधी और मलिकार्जुन खरगे ने उनसे बात तक नहीं की और बेचारे तेजस्वी यादव को वापस जाना पड़ा तो आज राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तक नहीं घोषित कर पाए.
एनडीए एकजुट है
प्रदीप भंडारी ने कहा, महागठबंधन की सीट शेयरिंग से क्या अनाउंस कर दिया है बीजेपी ने तो मैं पूछना चाहता हूं यहां तो यूनिटी है उधर तो यही नहीं पता नीति कौन है नेता कौन है सीट कौन है क्या है ये आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, उपेंद्र कुशवाहा का एक और ट्वीट पढ़ना चाहता हूं 5 घंटे पहले का. एनडीए दलों में सीट संख्या का विषय बेहद अहम है. बातचीत से पूरा हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व के अंदर एनडीए एकजुट है और पूरी तरह से तैयार है. आप पुराना ट्वीट पढ़ रहे हैं. जो लेटेस्ट है ये उनके विचार है.
ये भी पढ़ें: अब उत्तर प्रदेश में केवल मेड इन यूपी इलेक्ट्रिक वाहनों पर ही मिलेगी सब्सिडी, 14 अक्टूबर से नियम लागू