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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 Photograph: (ANI)
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) ने पहली बार अपने उम्मीदवार उतारकर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है. अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने अपनी पहली सूची में 11 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं. यह कदम तब उठाया गया है जब विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक में आरजेडी (RJD) पहले से ही नेतृत्व कर रही है और एनडीए (NDA) को सत्ता से हटाने के अभियान की अगुवाई कर रही है.
दरअसल, AAP और आरजेडी नेताओं के बीच संसद में हमेशा से अच्छा तालमेल देखने को मिला है, चाहे वो AAP के संजय सिंह हों या आरजेडी के मनोज झा. इसके बावजूद AAP का बिहार चुनाव में उतरना एक नई रणनीति मानी जा रही है.
पीके का है बड़ा रोल?
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस फैसले के पीछे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी PK का बड़ा रोल माना जा रहा है. AAP बिहार प्रमुख राकेश यादव ने कहा कि जन सुराज आंदोलन के बढ़ते प्रभाव और वैकल्पिक राजनीति के मॉडल को देखते हुए हमने यह फैसला लिया. उनका कहना है कि यह बिहार के मतदाताओं को नई राजनीति का विकल्प देने की कोशिश है.
AAP ने कर दिया मंशा स्पष्ट
AAP के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने घोषणा की थी कि पार्टी 6 और 11 नवंबर को होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेगी और परिणाम 14 नवंबर को आएंगे. पार्टी की पहली सूची जारी होने के बाद ही AAP की मंशा स्पष्ट हो गई.
पार्टी हो गई थी कमजोर
सूत्रों का कहना है कि जन सुराज की राजनीति का असर AAP के स्थानीय संगठन पर पड़ रहा था, जिससे कई कार्यकर्ता PK के खेमे में चले गए थे क्योंकि AAP ने 2020 विधानसभा और 2024 लोकसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लिया था, इसलिए राज्य के नेताओं ने दिल्ली नेतृत्व से आग्रह किया कि इस बार पार्टी को जरूर मैदान में उतारना चाहिए.
50% कार्यकर्ता जनसुराज में चले गए
राकेश यादव ने स्वीकार किया कि जन सुराज का असर AAP के फैसले पर पड़ा. उन्होंने कहा, “हमारे करीब 50% कार्यकर्ता जन सुराज में चले गए थे, लेकिन अब कई वापस लौट रहे हैं. पहली सूची जारी होने के बाद टिकट के लिए 6,000 से ज्यादा आवेदन आए हैं.”
जल्दी जारी होगी तीसरी सूची
AAP जल्द ही अपनी दूसरी और तीसरी सूची जारी करेगी, जिसमें 30-40 उम्मीदवारों के नाम शामिल होने की उम्मीद है. यादव का दावा है कि बिहार की जनता अब साफ-सुथरी राजनीति के मॉडल की ओर देख रही है, और AAP उसी दिशा में कदम बढ़ा रही है.